वंसुधरा राजे सिंधिया (फाइल फोटो)
राजस्थान में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं. जिसको लेकर नेताओं की दल-बदल की राजनीति भी रफ्तार पकड़ रही है. इसी कड़ी में अब वसुंधरा राजे सिंधिया के करीबी रणधीर सिंह भिंडर को लेकर कहा जा रहा कि जल्द ही वो बीजेपी में वापसी कर सकते हैं. भिंडर 10 साल पहले चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज होकर बीजेपी से अलग हो गए थे. जिसके बाद उन्होंने खुद की पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे थे. जिसमें उन्हें जीत मिली थी.
वसुंधरा के समर्थकों का बढ़ रहा कुनबा
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के समर्थकों का कुनबा बीजेपी में एक बार फिर तेजी के साथ बढ़ रहा है. बीते दिनों वसुंधरा के करीबियों में शुमार देवी सिंह भाटी ने बीजेपी में वापसी की थी. लगातार वसुंधरा के समर्थकों की हो रही वापसी से सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं. माना जा रहा कि उनकी ताकत बढ़ने से राज्य में बड़ा सियासी उलटफेर हो सकता है.
बीजेपी में शामिल हो सकते हैं रणधीर सिंह भिंडर
रणधीर सिंह भिंडर की बीजेपी में वापसी को लेकर तभी से कयास लगाए जा रहे थे. जब हाल ही में उन्होंने वसुंधरा राजे के साथ मंच साझा किया था. अब उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं. जिसको लेकर कहा जा रहा है कि वसुंधरा राजे के समर्थकों का तेजी से कुनबा बढ़ रहा है.
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10 साल पहले बीजेपी से अलग हुए थे भिंडर
रणदीप सिंह भिंडर काफी लंबे समय तक बीजेपी से जुड़े रहे. 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया था. जिससे नाराज होकर भिंडर पार्टी से अलग हो गए थे. उन्होंने अपनी नई पार्टी जनता सेना बनाकर उसी से चुनाव लड़ा था. जिसमें भिंडर को जीत मिली थी, लेकिन दोबारा 2018 में हुए चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था. अब एक बार फिर से बीजेपी में वापसी की खबरों के साथ ही नए समीकरण बन रहे हैं.
बीजेपी में शामिल होने की जताई इच्छा
रणधीर सिंह भिंडर ने बीजेपी में जाने की खबरों को लेकर कहा कि पार्टी में अगर उन्हें उचित सम्मान मिलेगा तो जरूर शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी परिवार के ही वो सदस्य हैं. कुछ समय पहले उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया गया था. रणधीर सिंह ने आगे कहा कि ” हम परिवार में जाना चाहते हैं, लेकिन सम्मान से.” उन्होंने कहा कि ” मैं 1993 से बीजेपी से जुड़ा हूं. यहां मुझे जीत भी मिली और हार भी. ”
-भारत एक्सप्रेस
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