तेजस्वी यादव
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव जमीन के बदले नौकरी घोटाले में करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद ED कार्यालय से निकले. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से प्रवर्तन निदेशालय ने 8 घंटे लंबी पूछताछ की है. नौकरी के बदले जमीन मामले में उनसे एजेंसी ने कई सवाल किए हैं.
#WATCH पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव जमीन के बदले नौकरी घोटाले में करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद ED कार्यालय से निकले। pic.twitter.com/RsnxNTlJrd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2024
लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ जारी ईडी की कार्रवाई को लेकर आरजेडी कार्यकर्ता पटना में पूरे दिन प्रदर्शन करते रहे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
समर्थकों का किया अभिवादन
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री को ईडी कार्यालय के बाहर अपने समर्थकों को हाथ हिलाते देखा गया. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री भारी सुरक्षा बंदोबस्त और बड़ी संख्या में राजद सदस्यों और समर्थकों के बीच सुबह करीब 11.35 बजे प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय पहुंचे, जिन्होंने तेजस्वी यादव के समर्थन में नारे लगाए. वह अपने पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से इसी मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा लगभग दस घंटे तक पूछताछ करने के एक दिन बाद जांच एजेंसी के सामने पेश हुए.
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नौकरियों के लिए भूमि घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए लालू से पूछताछ की जा रही है. कथित घोटाला तब हुआ जब लालू यादव 2004 और 2009 के बीच रेल मंत्री थे. आरोप पत्र में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा तत्कालीन रेलवे महाप्रबंधक का नाम भी शामिल है.
पीएम मोदी डरे हुए हैं- मीसा भारती
वहीं ईडी की लालू यादव से पूछताछ को लेकर मीसा भारती ने कहा कि “वह (लालू प्रसाद) खुद नहीं खा सकते हैं, उन्हें खिलाना पड़ता है. हमें नहीं पता कि उन्होंने खाया है या नहीं. कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. चुनाव आ गया है, इसलिए पीएम मोदी डरे हुए हैं. ये सरकार मेरे पिता को गिरफ्तार करवा सकती है, लेकिन एक बीमार आदमी को गिरफ्तार करके उन्हें क्या मिलेगा?