वाराणसी में जल्द बनने वाला है रोप-वे
देश में पहली बार सार्वजनिक परिवहन के लिए काशी में जल्द ही रोप वे का निर्माण होने जा रहा है. प्रस्तावित रोपवे के लिए तीन विदेशी कंपनियां सामने आई है. वाराणसी विकास प्राधिकरण के साथ टेंडर कराने के लिए लगाई गई नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (NHLML) अब आई तीनों एजेंसी का तकनीकी परीक्षण करने के बाद फाइनेंसियल बिड का परीक्षण करेगी. कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक 4 किमी लंबी दूरी में रोपवे संचालित करने के लिए आस्ट्रेलिया की डॉपेल मेयर, फ्रांस की पोमा और स्विट्जरलैंड की बार्थोलेट कंपनी ने आवेदन किया है. विकास प्राधिकरण के साथ एनएचएलएमएल (NHLML) इस बार एजेंसी फाइनल करने के साथ काम शुरू कराने की तैयारी में है.
प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) माडल पर प्रस्तावित रोपवे परियोजना का विकास, क्रियान्वयन, निर्माण, संचालन और रख-रखाव सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (NHLML) को जिम्मेदारी सौंपी है.
ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
रोपवे के जमीन पर उतरने से बनारस में ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगी. शहर में रोपवे चलाने का निर्णय काशी में पुरानी सड़कें संकरी होने, ट्रैफिक का अधिक दबाव और जाम को देखते हुए लिया गया है.
पांच जगहो पर बनेगा स्टेशन
रोपवे परियोजना का पहला चरण पायलट प्रोजेक्ट है. पहले चरण की सफलता के बाद इसके रूट को और विस्तार किया जाएगा. वर्तमान में जो पहला डीपीआर(DPR) तैयार हुआ है, उसके जरिए एक बार में 45 सौ लोग यात्रा कर सकते है. दिनभर में 72 हजार से अधिक लोग इस रोपवे से यात्रा कर पाएंगे. इसका किराया भी बहुत कम होगा. कैंट रेलवे स्टेशन, से शुरू हो कर काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर क्रासिंग, जोकि टर्निंग स्टेशन होगा तथा अंतिम स्टेशन गोदौलिया पर प्रस्तावित किया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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