शोपियां में सुरक्षाबलों की आतंकियों से मुठभेड़ (फोटो ANI)
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों और आंतकियों के बीच मंगलवार सुबह मुठभेड़ हुई है. सेना के जवानों ने मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आंतकवादियों को मार गिराया है. मिली जानकारी के अनुसार, इन तीनों आतंकियों में से 2 आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है. एक आतंकी की पहचान शोपियां के लतीफ लोन के रूप में हुई है. तो वहीं, दूसरे की पहचान अनंतनाग के उमर नजीर के रूप में हुई है.
इनमें से आतंकी लतीफ लोन एक कश्मीरी पंडित की हत्या करने का आरोपी था. उसने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की हत्या की थी. वहीं उमर नजीर नेपाल के तिल बहादुर थापा की हत्या में शामिल था.
इलाके में नाकाबंदी और तलाशी अभियान तेज
जम्मू कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर इस मामले की जानकारी दी गई है कि शोपियां जिले के मुंझ मार्ग इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ हुई है. आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के तीन आंतकियों को मार दिया गया है.
#UPDATE | Shopian encounter: Three terrorists linked with proscribed terror outfit LeT killed. Identification being ascertained. Further details shall follow: Kashmir Zone Police
— ANI (@ANI) December 20, 2022
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के अनुसार सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में नाकाबंदी कर तलाशी अभियान तेज कर दिया है. मुठभेड़ मुंझ मार्ग इलाके में हुई है. मारे गए आतंकियों के पास AK-47 समेत हथियार बरामद किए गए हैं.
Shopian, J&K | Encounter underway between security forces and terrorists, 3 LeT terrorists killed at Munjh Marg area
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/ky2KqbDNbm
— ANI (@ANI) December 20, 2022
शोपियां में सुरक्षाबलों ने दिया था बड़े ऑपरेशन को अंजाम
शोपियां के कापरन गांव में पिछले महीने 11 नवंबर, 2022 को सुरक्षाबलों ने एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था. इस ऑपरेशन के तहत एक मदरसे में छात्रों को बंधक बनाने वाले एक पाकिस्तानी आतंकी को मार गिराया था. उस आंतकी पहचान मरान भाई उर्फ अनीस के रूप में हुई थी, जो जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़ा हुआ था. उस समय सेना की 15 कोर के प्रवक्ता कर्नल एमरॉन मौसवी ने बताया था कि कापरान गांव के मदरसे में जैश के आतंकी ने 11 साल के दो छात्रों को बंधक बना लिया था. उस समय मदरसे में 31 छात्र और तीन शिक्षक मौजूद थे.
सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन को सकुशल अंजाम तक पहुंचाया. इस दौरान सेना ने ये सुनिश्चित किया कि ऑपरेशन के दौरान मदरसे और उसके पास की मस्जिद को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे. इस ऑपरेशन को सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स (RR), पुलिस और CRPF की 178 बटालियन ने अंजाम दिया था.
– भारत एक्सप्रेस
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