हत्यारोपी विजय यादव और संजीव जीवा (फाइल फोटो)
Sanjeev Jeeva Murder Case: माफिया संजीव जीवा हत्याकांड मामले में SIT गुरुवार को अपनी जांच पूरा कर सकती है. लखनऊ कोर्ट में हुई हत्या के बाद शासन स्तर पर इस मामले में डेडलाइन तय की गई थी और इसके लिए 22 जून तक का समय दिया गया था. इसी के बाद अब खबर सामने आ रही है कि गुरुवार को एसआईटी जांच पूरा कर सकती है. बता दें कि बीते 7 जून को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कोर्ट में खुलेआम माफिया संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या के बाद से हड़कम्प मच गया था.
बता दें कि 7 जून को लखनऊ के पुराना हाई कोर्ट परिसर स्थित एससी-एसटी कोर्ट में जौनपुर निवासी विजय यादव उर्फ आनंद ने पेशी पर आए जीवा को उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह बैठा हुआ अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. इस हमले में तीन पुलिसकर्मी, एक बच्ची और उसकी मां भी घायल हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने वकीलों की मदद से मौके पर ही आरोपी विजय को दबोच लिया था. साथ ही हत्या में इस्तेमाल किया गया रिवॉल्वर भी बरामद कर लिया था. इससे पहले कि पुलिस उसे यहां से गिरफ्तार कर ले जाती, वकीलों ने उसे जमकर पीटा था. हत्या के मामले में वजीरगंज कोतवाली में केस दर्ज करवाया गया था.
वजीरगंज पुलिस के साथ ही एसआईटी भी कर रही मामले की जांच
संजीव जीवा की हत्या के मामले में शासन ने जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी भी गठित कर दी थी. ताकि जांच में सभी तथ्य सामने आ सकें. शासन ने एसआईटी को 22 जून तक अपनी जांच पूरी करने का समय दिया था. सूत्रों की मानें तो एसआईटी ने कोर्ट परिसर से लेकर मौके पर मौजूद पीड़ित, अभिरक्षा में लगे पुलिसकर्मी और मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं समेत तमाम लोगों के बयान दर्ज किए हैं. सूत्रों की मानें तो चारों विवेचक अलग-अलग पहलुओं पर विवेचना कर रहे हैं, लेकिन इसकी मॉनिटरिंग पुलिस अफसरों के बजाए एसआईटी भी कर रही है.
पुलिस नहीं तलाश पाई विजय के इस खास मददगार को
जीवा हत्याकांड मामले में पुलिस और एसआईटी अब तक केस की चौथी कड़ी माने जाने वाले (वह शख्स जिसने हत्यारोपित विजय को असलहा और ड्रेस देकर मदद की थी) तक नहीं पहुंच सकी है. माना जा रहा है कि अब तक जो भी सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं, वह जीवा हत्याकांड मामले में उसे चार्जशीट करने के लिए काफी हैं. सूत्रों की मानें तो अब पुलिस उसे चार्जशीट करने की योजना बनी रही है.
-भारत एक्सप्रेस