अमेठी में एक कार्यक्रम का उद्घाटन करतीं स्मृति ईरानी
UP News: सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की आलोचना करने वाले अमेठी के सपा नेता राकेश प्रताप सिंह के घर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के पहुंचने के बाद विपक्षी पार्टियों में खलबली मच गई है तो वहीं दो दिन के अमेठी दौरे पर पहुंची स्मृति ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी बिसात बिछा दी है. एक तरफ जहां वह कई पीड़ितों के परिवार में मिलने पहुंची तो दूसरी ओर सपा नेता से मिलकर अखिलेश यादव के अंदर संदेह का बीज भी बो दिया है. हालांकि बताया जा रहा है कि वह अधिक देर तक उनके घर पर नहीं रुकी थीं और केवल नवविवाहित भतीजे और बहू को आशीर्वाद देकर लौट गई थीं.
बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होते ही भाजपा ने अमेठी में समाजवादी पार्टी के नेताओं को साधना शुरू कर दिया है. जानकारी सामने आ रही है कि यहीं से फिर से स्मृति ईरानी चुनाव लड़ेंगी.
बता दें कि हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीरामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी की थी. इस पर गौरीगंज विधानसभा सीट से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने उनकी आलोचना की थी. इसके बाद वह चर्चा में आ गए थे. तो वहीं, स्मृति ईरानी आमतौर पर विपक्षी नेताओं के साथ तालमेल बनाने के लिए जानी जाती हैं. चूंकि विपक्षी दलों ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है तो वहीं स्मृति की सपा नेता से मुलाकात को भाजपा की लोकसभा चुनाव की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है.
स्मृति के खिलाफ राकेश को उतार सकती है सपा
बता दें कि एक हफ्ते पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव राकेश प्रताप सिंह के आवास पर गए थे. उन्होंने संकेत दिया था कि उनकी पार्टी अमेठी से उम्मीदवार खड़ा करेगी, जिसे सपा ने अतीत में गांधी परिवार और कांग्रेस के लिए छोड़ दिया था. अमेठी भी इन खबरों से गुलजार है कि राकेश प्रताप सिंह स्मृति ईरानी के खिलाफ अमेठी से सपा के संभावित उम्मीदवार हो सकते हैं. इन्हीं अटकलों के बीच स्मृति का राकेश प्रताप सिंह के घर जाना विपक्षी खेमे में खलबली मचाने का काम कर रहा है.
पहले भी सपा नेताओं के घर जा चुकी हैं ईरानी
इससे पहले जनवरी में जेल में बंद पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति की पत्नी व सपा से अमेठी विधायक महाराजी प्रजापति, स्मृति ईरानी द्वारा अमेठी में उनके आवास पर आयोजित ‘खिचड़ी भोज’ में देखी गई थीं. अमेठी में भाजपा प्रवक्ता ने कहा था कि ईरानी ने महाराजजी प्रजापति को आमंत्रित किया था और राकेश प्रताप सिंह के आवास पर गईं थीं क्योंकि वह निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थीं और वे दोनों उनके निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं.
-भारत एक्सप्रेस