Bharat Express

“जासूसी किस लिए…?” अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर लगाया फोन टैपिंग का आरोप, यूपी में गरमाई सियासत

अखिलेश ने कहा है, “दुख की बात है कि लोकतंत्र में आजादी और निजता को भी ये खत्म करना चाहते हैं. जासूसी किस लिए? इसकी जांच होनी चाहिए.”

अखिलेश यादव (फोटो ANI)

Apple Phone Hack Case: लोक सभा चुनाव-2024 को लेकर जहां एक ओर उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारी में लगे हैं. इसी बीच फोन हैक मामले को लेकर अब बड़ा बवाल बनता नजर आ रहा है. इस मामले को लेकर यूपी की सियासत गरम हो गई है. इस मामले में जहां कांग्रेस सहित अन्य नेताओं ने मोदी सरकार पर फोन हैक करने को लेकर आरोप लगाए हैं. वहीं अब अखिलेश यादव ने भी इसको लेकर बयान दे दिया है और सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि, “जासूसी किस लिए?”

पत्रकारों से बात करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है, “ये बड़े दुख की बात है, सुबह ये जानकारी मिली और इस प्रकार का मैसेज कंपनी के माध्यम से आया है. मैसेज में बताया जा रहा है कि स्टेट की ओर से आपका फोन हैक किया जा रहा है.”

अखिलेश ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है और मांग की है कि, “दुख की बात है कि लोकतंत्र में आजादी और निजता को भी ये खत्म करना चाहते हैं. जासूसी किस लिए? इसकी जांच होनी चाहिए.” बता दें कि फोन हैक मामले को जहां कांग्रेस सहित तमाम पार्टी के नेता सरकार पर आरोप लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- “Apple से आया अलर्ट, फोन हैक करने की कोशिश कर रही सरकार”, महुआ मोइत्रा-अखिलेश ने लगाया सनसनीखेज आरोप

इन आरोपों में दावा किया गया है कि एप्पल की ओर से एक नोटिफिकेशन जारी हुआ है, इस कथित नोटिफिकेशन में लिखा है कि “सरकार द्वारा स्पॉन्सर्ड (सरकार द्वारा वित्त-पोषित) अटैकर्स आपके आईफ़ोन को हैक (Apple iphone hack) कर रहे हो सकते हैं.”

बता दें कि इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस और टीएमसी नेता मोदी सरकार को घेरने में जुटे हैं और सोशल मीडिया एक्स पर एप्पल द्वारा भेजे गए मैसेज का स्क्रीन शॉट लगातार शेयर कर रहे हैं और इस पर विरोध जता रहे हैं. यूपी से लेकर देश के कई कई विपक्षी नेताओं ने Apple की तरफ से मिले अलर्ट के आधार पर दावा किया कि मोदी सरकार उनके फोन और ईमेल को हैक करने की कोशिश कर रही है.

एप्पल ने कहा ये बात

वहीं अपने नोटिफिकेशन को लेकर एप्पल की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है. कंपनी ने कहा कि हम किसी भी विशेष राज्य-प्रायोजित की सूचना नहीं देते हैं. यह संभव है कि कुछ एप्पल खतरे की सूचनाएं गलत अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है.

-भारत एक्सप्रेस

Bharat Express Live

Also Read