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UP Politics: “ये हैरेसमेंट है”, मदरसों में योग दिवस मनाए जाने को लेकर भड़के सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

सपा सांसद ने कहा कि योग अच्छी चीज है. हर आदमी अपने घर में योग कर सकता है, लेकिन मदरसों में योग कराने का इनका मकसद है कि मुसलमान बच्चे मजहबी तालीम हासिल न कर सकें.

शफीकुर्र रहमान बर्क

UP Politics: विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहने वाले सपा  सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने मदरसों में योग दिवस मनाए जाने के योगी सरकार के फैसले पर निशाना साधा है. बर्क ने कहा है कि सरकार मदरसों को हैरेस करने के लिए ये कर रही है. उन्होंने कहा कि मदरसों व दरगाहों में योग दिवस मनाने की क्या जरूरत है. यहां तालीम दिवस मनाना चाहिए. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि इनकी मंशा है कि मुसलमान मजहबी तालीम हासिल न कर सकें.

भारत समेत विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है. इस बार भी भारत में हर साल की तरह योग दिवस मनाने की तैयारी जोरों पर है. इसी बीच योगी सरकार ने मदरसों और दरगाहों में भी योग दिवस को बढ़ावा दिए जाने को लेकर यहां भी योग दिवस मनाए जाने का फैसला किया है. इस पर संभल से सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि योगी सरकार के मदरसों और दरगाह में योग दिवस का बॉयकॉट किया जाएगा.

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सपा सांसद ने कहा, “मदरसों के अंदर तालीम दिवस मनाना चाहिए. मदरसों का ये हिस्सा तो है नहीं.” उन्होंने कहा,” तालीम दिवस मनाया जाए और लोगों को अहसास दिलाया जाए, कि कम पढ़ रहे हो, नहीं पढ़ रहे हो, तुम्हारी तालीम में क्या कमी है.” उन्होंने  कहा, ” हर आदमी अपने घर में योग कर सकता है. पहले अखाड़े थे, सब पहलवान कसरत करने जाते थे, लेकिन पहले तालीम की भी कमी थी, लेकिन इन्होंने इसको डेवलप करने के बाद एक कानून बना दिया.”

क्या वजह है कि सरकार मदरसों व दरगाहों में योग दिवस मनाने के लिए कह रही है? इस सवाल पर सपा सांसद ने कहा,” ये मदरसों और दरगाहों में हैरसमेंट के लिए ये सब कर रहे हैं. ये चाहते हैं कि ये मदरसे न चलें. ये चाहते हैं कि मुसलमान बच्चे अपनी मजहबी तालीम हासिल न करें. इनकी यही मंशा है.”

-भारत एक्सप्रेस



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