बालासोर ट्रेन एक्सीडेंट
Balasore Train Accident: सीबीआई ने 2 जून को बालासोर ट्रेन दुर्घटना के सिलसिले में शुक्रवार को तीन रेलवे कर्मियों को हिरासत में लिया है. यह जानकारी रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है. इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है.अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने बालासोर जिले में तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर (सिग्नल) अरुण कुमार महंत, सेक्शन इंजीनियर मोहम्मद अमीर खान और तकनीशियन पप्पू कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
आईपीसी की धारा 304 के तहत हुई गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक, इन रेल अधिकारियों आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 201 (सबूत नष्ट करना) के तहत गिरफ्तार किया गया है. यह दुर्घटना ओडिशा के बालासोर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुई, जिसमें 293 लोग मारे गए. 287 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि 6 लोगों ने अस्पतालों में दम तोड़ा. दुर्घटना में तीन ट्रेनें शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक रुकी हुई मालगाड़ी आपस में टकाराई थी.
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बालासोर हादसे की कड़ियां जोड़ रही CBI
दुर्घटना के दिन जो भी हुआ उसकी कड़ियां जोड़ने की कोशिश में जुटी है. एजेंसी ने रेलवे के पर्यवेक्षी और फील्ड स्टाफ के साथ-साथ ट्रेनों को चलाने में आवश्यक उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं सहित कई स्टेकहोल्डर्स की पहचान करके सूची तैयार की है. बहनगा बाजार स्टेशन से जुड़े अधिकारियों को रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में रहने के लिए कहा गया है.
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कहा था रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने?
बताते चलें कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर रेल हादसे के बाद कहा था कि हादसे की आपराधिक एंगल से सीबीआई जांच करेगी क्योंकि रेलवे ने इस हादसे के पीछे तोड़फोड़ या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका जताई है. इस हादसे के बाद तीन जून को ओडिशा पुलिस ने बालासोर राजकीय रेलवे पुलिस थाने में केस दर्ज किया था. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण ये हादसा हुआ है.
-भारत एक्सप्रेस
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