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Delhi Tihar Jail: मंगलवार सुबह हाई सिक्यॉरिटी वाले तिहाड़ जेल में गैंगवार हुआ. बीते 19 दिनों के भीतर यह दूसरी वारदात थी जिसमें एक गैंग ने दूसरे गैंग पर हमला बोला और तिहाड़ जेल को लहुलूहान कर दिया. 14 अप्रैल को गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या होती है और इसके बाद 2 मई को रोहिणी कोर्ट शूटआउट के आरोपी गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया (33 साल) की रॉड और सुए से गोद कर मार दिया जाता है. टिल्लू की हत्या में गोगी गैंग के सदस्यों का नाम सामने आ रहा है. सवाल उठता है कि ये गोगी गैंग कौन है और टिल्लू पर आखिर हमला क्यों किया? गोगी और टिल्लू का क्या कनेक्शन था?
दरअसल, 24 सितंबर 2021 को रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी अपने केस के सिलसिले में पेश हुआ था. केस की सुनवाई के दौरान वकील के वेश में पहुंचे बदमाशों ने गोलियां दाग दी. इस शूटआउट में जितेंद्र गोगी की मौत हो गई. हत्या का आरोप टिल्लू ताजपुरिया पर लगा. ताजपुरिया का जितेंद्र गोगी के साथ जबरदस्त राइवलरी थी. इसके पहले दोनों के बीच कई टकवार देखे जा चुके थे. यही नहीं ताजपुरिया भी जितेंद्र की हत्या से पहले कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका था. टिल्लू ताजपुरिया पहले दिल्ली के मंडोली जेल में बंद था. लेकिन, गोगी की हत्या केबदा उसे तिहाड़ में शिफ्ट कर दिया गया.
टिल्लू ताजपुरिया जिसका असली नाम सुनील मान है, दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रद्धानंद कॉलेज का छात्र था. इसी कॉलेज के दूसरे स्टूडेंट जितेंद्र गोगी से उसकी अच्छी यारी हो गई. हालांकि, कई छोटी-मोटी ऐसी घटनाएं हुईं जिनके चलते दोनों में मनमुटाव होता चला गया. इसकी शुरुआत हालांकि कॉलेज के चुनाव के दौरान हुआ. दोनो में खटपट लगातार बढ़ती चली गई और नौबत दुश्मनी तक आ पहुंची. चूंकि दोनों क्राइम की दुनिया में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाह रहे थे. लिहाजा, दोनों कई बार अपराध की दुनिया में सीधे-सीधे टकरा गए. दिल्ली में ही फिरौत और वसूली को लेकर दोनों में कई गैंगवार हुए. दोनों के गैंगवार में दर्जनों लोगों की जानें जा चुकी हैं.
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24 सितंबर 2021 को जितेंद्र गोगी दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में पेश हुआ. कोर्ट नंबर 207 में गोगी के घुसते ही वकील के वेश में बैठे हमलावरों ने गोलियां दागनी शुरू कर दी. पहली गोली गोगी के ठीक पीठ में मारी गई. जैसे ही वह मुड़कर हमलावरों की ओर देखा फिर तड़तड़ाकर गोलियां उसकी छाती में बरसा दी गईं.
इस भयंकर गोलीबारी से कोर्टरूम में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई. हालांकि, इस दौरान गोगी के साथ गए सुरक्षा बलों ने हमलावरों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए उन्हें कोर्ट रूम में ही ढेर कर दिया. बाद में पता चला कि मारे गए हमलावर टिल्लू गैंग से ताल्लुक रखते थे.
जानकारी के मुताबिक तिहाड़ के जेल नंबर 8 में योगेश टुंडा नाम का कैदा बंद है. इसका गोगी गैंग के साथ ताल्लुक रहा है. इसी ने लोहे की ग्रिल से जेल नंबर 9 में बंद टिल्लू पर हमला किया. हमले में टिल्लू बुरी तरह जख्मी हो गया. इसी दौरान उस पर सुए से लगातार हमला किया गया. टुंडे के अलावा इस हत्याकांड में गैंगस्टर राजेश बवानिया, दीपक तीतर और रियाज खान शामिल रहे हैं.
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