अतीक अहमद-मृतक उमेश पाल (फोटो सोशल मीडिया)
Atiq Ahmed: प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या को लेकर चल रही जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. फारेंसिंक सांइस लैबोरेट्री (FSL) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उमेश पाल के साथ दोनों सरकारी गनर की हुई दिन हदाड़े हत्या, अतीक अहमद की ही पिस्टल से की गई थी. उमेश पाल के शरीर में फंसी गोलियों और घटनास्थल से बरामद खोखों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. रिपोर्ट से ये बात साफ हो गई है कि जो पिस्टल अतीक का बेटा असद चला रहा था और जिससे उमेश पाल व दो गनर की हत्या की गई थी, वह ऑटो कोल्ट पिस्टल अतीक की थी.
सूत्रों के मुताबिक, हत्या के बाद पिस्टल को छिपा दिया गया था. पुलिस ने इसे उस वक्त बरामद किया था जब अतीक और अशरफ को रिमांड पर लेकर पुलिस ने कसारी-मसारी में नाते तिराहे के पास दबिश दी थी. इस रिपोर्ट में ये भी खुलासा हुआ है कि 32 बोर की पिस्टल से उमेश पाल को पहली गोली विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने मारी थी. बता दें कि उस्मान पुलिस मुठभेड़ में मारा जा चुका है. वहीं असद भी पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो चुका है. अतीक और अशरफ को भी बदमाशों ने मौत के घाट उतार दिया है.
उस्मान को पुलिस ने ढेर किया था तो उसके पास से पिस्टल बरामद हुई थी, जिसकी जांच के बाद एफएसएल लैब की रिपोर्ट सामने आई है और इसमें कहा गया है कि विजय के पास से जो पिस्टल बरामद हुई है, उसी से उमेश पाल की गर्दन और अन्य जगहों पर गोली लगी थी. अरबाज के पास से जो पिस्टल बरामद हुई है, उसको लेकर भी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस पिस्टल से भी उमेश पाल और उनके दोनों गनर पर फायरिंग की गई थी. इ
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में अभी तक अतीक के बेटे असद सहित चार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं. वहीं केस में नामजद अतीक की पत्नी शाइस्ता फरार है. शाइस्ता के ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है और पांच-पांच लाख के तीन इनामी शूटर बमबाज गुड्डू मुस्लिम के साथ ही अरमान और साबिर फरार है. फिलहाल पुलिस टीमें इनकी तलाश में जुटी हुई हैं. पुलिस जानकारों की मानें तो FSL रिपोर्ट शूटर्स को सजा दिलाने के मामले में महत्वपूर्ण व अहम मानी जाती है.