सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (फोटो ANI)
Ramcharitmanas: श्रीरामचरितमानस पर विवाद शुरू करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बयानबाजी नहीं थम रही है. ट्विटर पर शनिवार को एक और ट्वीट किया और संत-महंत और धर्मचार्यों को टारगेट किया है. सपा नेता ने कहा, “जब किसी भी संत, महंत, धर्माचार्य को न तो नीच, अधम कहा गया और न ही प्रताड़ित, अपमानित किया गया फिर भी आगबबूला होकर धैर्य, संयम और विवेक खो दिये हैं, सोचिये जरा उन महिलाओं, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ो से जिन्हे धर्म के नाम पर आप रोजाना नीच, अधम, अपमानित व प्रताड़ित करते हैं.”
किसी भी संत, महंथ, धर्माचार्य को न तो नीच अधम कहा गया और न ही प्रताड़ित, अपमानित किया गया फिर भी आगबबूला होकर धैर्य, संयम और विवेक खो दिये हैं, सोचिये जरा उन महिलाओं, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ो से जिन्हे धर्म के नाम पर आप रोजाना नीच, अधम, अपमानित व प्रताड़ित करते हैं।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 11, 2023
रामचरितमानस को लेकर दिया था विवादित बयान
संतों, महंतों पर इस तरह की टिप्पणी उन्होंने पहली बार नहीं की है. इससे पहले भी वह कई विवादित बयान दे चुके हैं. उन्होंने श्रीरामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को हटाने की मांग करते हुए विवादित बयान दिया था और कहा था, “रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते.” इसी के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उन चौपाइयों को हटाने अथवा संशोधित करने की मांग की थी, जिसका वह विरोध कर रहे हैं. दूसरी ओर उनके द्वारा धर्मग्रंथ पर दिए गए विवाद के बाद महंत राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर कलम करने वाले को 21 लाख का इनाम देने की घोषणा कर दी थी. इसके बाद इस पूरे विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया था.
मौर्य ने महंत राजू दास पर निशाना साधते हुए कहा था, “हर असंभव कार्य को संभव करने का नौटंकी करने वाले एक धाम के बाबा की धूम मची है. आप कैसे बाबा हैं जो सबसे सशक्त पीठ के महंत होने के बावजूद सिर तन से जुदा करने का सुपारी दे रहे हैं, श्राप देकर भी तो भस्म कर सकते थे. 21 लाख ₹ भी बचता, असली चेहरा भी बेनकाब न होता.” हालांकि उनके विवादित बयान के बीच सपा में उनकी पदोन्नति भी हुई है और उनको राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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