Pratapgarh: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. यहां एक युवक ने जब शादी से कुछ घंटे पहले ही दिव्यांग हो चुकी युवती का ही हाथ थामने का फैसला सुनाया तो सभी अश्चर्य में पड़ गए, जबकि युवक को युवती की छोटी बहन से विवाह करने का प्रस्ताव दिया गया था. इस घटना के बाद से यह “विवाह” सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. दोनों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं.
यूपी के प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके की आरती के घर में उसकी शादी को लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. सभी बारात आने का इंतजार कर रहे थे, कोई जनवासे का प्रबंध कर रहा था तो कोई हलवाई का. वहीं आरती खुद सजने-संवरने के लिए पार्लर जाने की तैयारी कर रही थी. आरती मौर्य की शादी नजदीक के ही गांव के अवधेश से तय हुई थी. 8 दिसंबर को बारात आनी थी. दोनों ही घरवालों ने पूरी तैयारी कर रखी थी. तभी दोपहर करीब 1.00 बजे एक छोटे बच्चे को किसी घटना से बचाने की वजह से आरती का पैर फिसल गया और वह छत से नीचे गिर गई. आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने बताया कि उसकी रीढ़ की हड्डी पूरी तरह टूट चुकी है और कमर और पैर समेत शरीर के दूसरे हिस्सों में भी चोट आई है.
डॉक्टरों ने जब यह बताया कि वह दिव्यांग हो गई है और कई महीने तक बिस्तर से नहीं हिल सकती. ये जानकर दोनों पक्षों के होश उड़ गए. आरती के घरवालों को लगा कि लड़के पक्ष के लोग शादी तोड़ देंगे क्योंकि इलाज के बावजूद आरती के पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद कम ही दिखाई दे रही थी. इसी वजह से परिवार वालों ने दूल्हे अवधेश और उसके घर वालों के सामने आरती की छोटी बहन से शादी का ऑफर रखा, लेकिन अवधेश ने इनकार कर दिया और आरती से ही विवाह करने की बात कही. .अवधेश के इस फैसले ने उसे असाधारण बना दिया और घटना के दो महीने बाद उनकी कहानी को किसी ने फेसबुक तो किसी ने ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखकर चर्चा का विषय बना दिया.
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आरती का इलाज ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम के सहारे चल रहा था, लेकिन अवधेश को उसी दिन आरती से शादी करनी थी. इसलिए उसकी जिद पर डाक्टरों की टीम से परमीशन लेकर आरती को दो घंटे बाद एम्बुलेंस से वापस घर भिजवाया. उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर शादी की रस्में अदा की गईं. ऑक्सीजन और ड्रिप लगी होने की सूरत में ही उसकी मांग भरी गई. आम दुल्हनों की तरह आरती की भी विदाई हुई. यह अलग बात है कि ससुराल जाने के बजाय वह वापस अस्पताल लाई गई. अगले दिन होने वाले ऑपरेशन के फॉर्म पर खुद अवधेश ने पति के तौर पर दस्तखत किए.
-भारत एक्सप्रेस
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