सपा मुखिया अखिलेश यादव
UPGIS 2023: लखनऊ के वृंदावन में 10 फरवरी से आयोजित होने जा रहे यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UPGIS 2023) को लेकर भाजपा सरकार पूरी जी-जान से जुटी है. लेकिन इसी बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समिट को लेकर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि प्रदेश की जनता जानती है कि न तो पिछला निवेश अभी तक आया है और न ही अगला आएगा. सपा सुप्रीमो ने 2018 में हुए समिट पर भी सवाल उठाए.
10 फरवरी से होने जा रहे इन्वेस्टर्स समिट को लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने दावा किया है कि इस बार पिछली बार से अधिक निवेशक हिस्सा लेने जा रहे हैं और निवेश भी कई गुना ज्यादा होने जा रहा है. इस बार 22 लाख करोड़ का निवेश होने की सम्भावना जताई जा रही है, जिसमें 13 हजार से अधिक की कम्पनियां हिस्सा लेने जा रही हैं. वहीं 14 हजार से अधिक MoU प्राप्त होने की भी खबर सामने आ रही है.
इसी के साथ शिक्षा के क्षेत्र में 1.57 लाख करोड़ का निवेश भी होने की बात सामने आई है. प्रदेश में 1516 विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव आने का भी दावा प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है. करीब 40 देशों के डेलिगेट्स के कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है. दावा किया जा रहा है कि समिट से कुल 1 करोड़ 81 लाख 44558 युवाओं को रोजगार मिलेगा. प्रदेश सरकार के इन्हीं दावों पर अखिलेश यादव ने तंज किया है.
भाजपा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में केवल 1.57 करोड़ रु के निवेश के लिए बड़ा प्रचार कर रही है और निजी विवि-कॉलेजों से लेकर हर छात्र-छात्रा को इस तथाकथित ‘विशाल धनराशि’ के लाभ का डंका पीट रही है। ये राशि प्रति छात्र 1 पैसे से भी बहुत-बहुत कम है।
भाजपा निवेश का ड्रामा बंद करे
शर्मनाक! pic.twitter.com/NMhFc9WBJR— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 8, 2023
अखिलेश यादव ने क्या कहा
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा,”भाजपा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में केवल 1.57 करोड़ रु. के निवेश के लिए बड़ा प्रचार कर रही है और निजी विवि-कॉलेजों से लेकर हर छात्र-छात्रा को इस तथाकथित ‘विशाल धनराशि’ के लाभ का डंका पीट रही है. ये राशि प्रति छात्र 1 पैसे से भी बहुत-बहुत कम है. भाजपा निवेश का ड्रामा बंद करे. शर्मनाक! एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “बस का किराया 24% बढ़ाकर क्या उप्र की भाजपा सरकार इंवेस्टमेंट समिट का खर्चा जनता की जेब से निकालना चाहती है, क्योंकि उन्हें मालूम है, न अब तक पिछला निवेश आया है और न अगला आएगा” अमीरों की पोषक भाजपा ने महंगाई को ग़रीब व आम जनता की नियति बना दिया है. भाजपा के हटने से ही महंगाई हटेगी.”
-भारत एक्सप्रेस