फिलिस्तीन लिखे बैग के साथ प्रियंका गांधी. (फोटो: IANS)
Priyanka Gandhi Palestine Bag: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी आज संसद में एक हैंडबैग लेकर पहुंचीं, जिस पर “फिलिस्तीन” का टैग लगा हुआ था. उनके इस कदम पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे “घृणित सांप्रदायिक रुख” करार दिया.
प्रियंका गांधी गाजा में जारी मानवीय संकट के बारे में मुखर रही हैं. उन्होंने पहले इजरायल की सैन्य कार्रवाई को बर्बर और अमानवीय बताया था. उनके रुख पर ताजा बहस एक दिन पहले ही हुई है, जब उन्होंने अपने आवास पर फिलिस्तीन दूतावास के प्रतिनिधि अबेद एलराजेग अबू जाजर की मेजबानी की थी. राजनयिक ने उन्हें वायनाड से लोकसभा में जीत पर बधाई दी और भारत से इजरायल-गाजा युद्ध में संघर्ष विराम की सुविधा के लिए नेतृत्व की भूमिका निभाने का आग्रह किया.
क्या बैग एक बयान था..?
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने मीडिया से कहा, “क्या बैग एक बयान था. उन्होंने बांग्लादेशी हिंदुओं के मुद्दे पर चुप्पी क्यों साध रखी है. यह एक बड़ा सवालिया निशान है. यह भारतीय संसद है. 140 करोड़ भारतीयों की चिंताओं को उठाने के लिए देश भर से सांसद यहां चुने जाते हैं. विपक्ष ने दो सप्ताह तक सदन को चलने नहीं दिया. पहले असदुद्दीन ओवैसी ने ‘जय फिलिस्तीन’ का नारा लगाया और अब प्रियंका गांधी संसद में फिलिस्तीन का थैला लेकर आईं.”
घोर सांप्रदायिक दिखावा
BJP आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने वायनाड सांसद पर पितृसत्ता के खिलाफ खड़े होने की आड़ में सांप्रदायिक सद्गुणों का प्रचार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “इस संसद सत्र के अंत में, कांग्रेस में उन सभी लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखें, जो मानते थे कि प्रियंका वाड्रा समाधान हैं. संसद में फिलिस्तीन के समर्थन में थैला लेकर आना घोर सांप्रदायिक दिखावा है. कोई गलती न करें, कांग्रेस नई मुस्लिम लीग है.”
At the end of this Parliament session, observe a two minute silence for everyone in the Congress, who believed Priyanka Vadra was the long-awaited solution, they should have embraced earlier. She is a bigger disaster than Rahul Gandhi, who thinks sporting a bag in support of… pic.twitter.com/UHofKVKdei
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 16, 2024
बेवकूफी भरी बातें न करें
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा, “उन्हें बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बारे में कुछ करने के लिए कहें, बांग्लादेश सरकार से बात करें और बेवकूफी भरी बातें न करें.”
जुलाई में प्रियंका गांधी ने इजरायली सैन्य हमले को “अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” बताया था और दुनिया भर की सरकारों से इजरायल पर अपनी कार्रवाई रोकने के लिए दबाव बनाने का आग्रह किया था.
It is no longer enough to speak up for the civilians, mothers, fathers, doctors, nurses, aid workers, journalists, teachers, writers, poets, senior citizens and the thousands of innocent children who are being wiped out day after day by the horrific genocide taking place in Gaza.…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 26, 2024
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-भारत एक्सप्रेस
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