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बीजेपी के स्टिंग से हड़कंप,आबकारी नीति पर केजरीवाल सरकार घिरी

बीजेपी के स्टिंग से हड़कंप,आबकारी नीति पर केजरीवाल सरकार घिरी

बीजेपी के स्टिंग से हड़कंप,आबकारी नीति पर केजरीवाल सरकार घिरी

नई दिल्ली-दिल्ली में आबकारी नीति को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच तू-तू,मैं-मैं तेज होती जा रही है..ये विवाद उस वक्त और गहरा गया जब बीजेपी ने एक स्टिंग वीडियो जारी किया जिसमें ये बताने की कोशिश की जा रही है कि केजरीवाल सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है।आपको बता दें कि दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया आबकारी मंत्री भी हैं..  बीजेपी के प्रवक्ता प्रवक्ता संबित पात्रा ने वीडियो चलाते हुए आरोप लगाया कि आरोपी नंबर 13 सनी मारवाह के पिता कुलविंदर मारवाह ने स्वीकार किया कि पैसा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया को दिया जा रहा है।

संबित पात्रा ने पूछा, “डीलरों का कमीशन 2 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी क्यों किया गया और कैबिनेट की मंजूरी के बिना 144 करोड़ रुपये क्यों माफ कर दिए गए।”

बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि “कुलविंदर मारवाह को यह कहते हुए सुना जाता है कि एल-1 वेंडर कैटेगिरी के लिए पात्र होने खातिर शराब आपूर्तिकर्ताओं के लिए एक कमीशन तय किया गया था।”

पात्रा ने कहा, “सनी मारवाह फिलहाल छह कंपनियों के साथ निदेशक के तौर पर जुड़े हुए हैं।”

‘स्टिंग वीडियो’ पर प्रतिक्रिया देते हुए, सिसोदिया ने कहा, “बीजेपी लंबे समय से चिल्ला रही है कि घोटाला हुआ है। सीबीआई ने दोनों कंपनियों के बीच लेनदेन की पड़ताल की, लेकिन कुछ भी गलत नहीं मिला। उन्होंने सड़क पर कार में बैठकर वीडियो बनाया। यह किस तरह का स्टिंग ऑपरेशन है, मेरे पास भी ऐसे कई वीडियो हैं।”

सिसोदिया ने दावा किया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एंटी-करप्शन ब्रांच के एक उपकानूनी सलाहकार ने दो दिन पहले आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि उस पर उन्हें झूठे मामले में फंसाने के लिए दबाव डाला गया था।

उन्होंने  कहा कि “एक सीबीआई अधिकारी ने दो दिन पहले आत्महत्या कर ली। यह पता चला है कि अधिकारी जितेंद्र कुमार सीबीआई की एंटी-करप्शन ब्रांच में डिप्टी लीगल एडवाइजर थे। उन पर मेरे खिलाफ अवैध तरीके से मामला बनाकर गिरफ्तारी को मंजूरी देने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।”

सिसोदिया ने आरोप लगाया, “वह मानसिक दबाव नहीं झेल सके और दो दिन पहले आत्महत्या कर ली। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं इससे बहुत आहत हूं।केजरीवाल सरकार पर आरोप है कि उसने ऐसे अपात्र लोगों को शराब के लाइसेंस बांटे जो ब्लैकलिस्टेड थे,हालांकि बढ़ते दबाव के बाद केजरीवाल सरकार ने पुरानी आबकारी नीति को दोबारा लागू कर दिया जिसे लेकर बीजेपी हमलावर थी।सवालल किए जा रहे हैं कि अगर केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति बेहतर थी तो उसे वापस क्यों लिया गया..आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब नीति में भारी घोटाले का आरोप है औरर उनके घर सीबीआई छापे मारकर उनका मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर चुकी है।

-भारत एक्सप्रेस

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