Prerna Vimarsh 2024: “प्रेरणा विमर्श-2024, पंच परिवर्तन” की आयोजन समिति द्वारा आज एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें विमर्श के सभी आयामों को लेकर जानकरी दी गई. प्रेरणा शोध संस्थान न्यास की अध्यक्ष प्रीति दादू ने कहा कि हमारा कार्यक्रम इस वर्ष के लिए भूमिका तैयार कर रहा है, पूरे वर्ष ‘पंच परिवर्तन’ का विचार घर-घर तक पहुंचाने की योजना है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का शुभारम्भ 108 कुण्डीय नारीशक्ति राष्ट्र वंदन यज्ञ से होगा.
प्रेरणा विमर्श के अध्यक्ष अनिल त्यागी और सचिव मोनिका चौहान ने मीडिया को प्रेरणा विमर्श – 2024 के विभिन्न सत्रों के विषयों की जानकारी दी.
प्रेरणा विमर्श – 2024 के समन्वयक श्याम किशोर ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है. इस दृष्टि से संघ इस वर्ष इन पंच परिवर्तन को जन-जन के व्यवहार में लाने को संकल्पित है. उसी उद्देश्य से संघ के प्रचार विभाग के तत्वावधान में यह त्रिदिवसीय कार्यशाला आयोजित हो रही है, जिसमें सम्बंधित क्षेत्रों के वे दिग्गज हिस्सा लेंगे. जो धरातल पर इन क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन सारगर्भित विषयों को वैचारिक स्तर से व्यवहारिक स्तर पर समाज तक ले जाना है.
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मार्गदर्शन करने के लिए सुनील आंबेकर, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, डॉ. चिन्मय पण्ड्या प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार, मुकुल कानितकर, वरिष्ठ प्रचारक एवं सदस्य, अखिल भारतीय प्रचार टोली, कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, स्वदेशी जागरण मंच, विजय सोनकर शास्त्री, पूर्व सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष SC-ST आयोग, पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय, जल योद्धा एवं सामाजिक कार्यकर्ता, सूर्य प्रकाश टोंक, क्षेत्र संघचालक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, प्रो. ऊषा मीणा, प्रोफेसर-पर्यावरण विज्ञान संकाय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, वरुण गुलाटी, प्रोफेसर – अंग्रेजी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, विमला बाथम, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं नोएडा की पूर्व विधायक, अपर्णा यादव, उपाध्यक्ष- महिला आयोग, उत्तर प्रदेश उपस्थित रहेंगे.
गौरतलब है कि प्रेरणा विमर्श-2020 विरासत, प्रेरणा विमर्श- 2021 भारतोदय: आजादी का अमृत महोत्सव, प्रेरणा विमर्श- 2022 भविष्य का भारत और प्रेरणा विमर्श- 2023 ‘स्व’ : भारत का आत्मबोध पर आधारित था.
इस तरह चर्चा-परिचर्चा और सकारात्मक संवाद स्थापित करने में प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा सतत् अग्रसर है. प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा प्रेरणा विमर्श के माध्यम से संस्कृति, विरासत, इतिहास और समसामयिक जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर तथ्यपरक और गूढ़ विश्लेषण के साथ विद्यार्थियों, शोधार्थियों और आम जनमानस को संचार के सभी माध्यमों से सूचना उपलब्ध करा रहा है.
हजारों शोधार्थी, विद्यार्थी एवं अन्य प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
हर वर्ष कार्यक्रम में ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से कई राज्यों और 30 से अधिक जनसंचार संस्थानों के हजारों शोधार्थी, विद्यार्थी और अन्य प्रतिभागी कई प्रतियोगिताओं में शामिल होते हैं. इस तरह भारत की संस्कृति, धरोहर, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य और नारी सशक्तीकरण जैसे विमर्श से समाज को एक नई दिशा मिलती है.
– भारत एक्सप्रेस
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