What did he say on the suicide of the farmer, the former Speaker of the Karnataka Legislative Assembly, anger among the people
बेंगलुरू– राजनीति में बेलगाम और विवादित बयानबाजी पर कोई अंकुश नहीं लग सका है.अब कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के.बी. कोलीवाड़ को ही लीजिए. एक किसान के आत्महत्या करने के संबंध में की गई विवादास्पद टिप्पणी को लेकर लोगों में बेहद गुस्सा है। पांच बार के कांग्रेस विधायक कोलीवाड ने पार्टी के एक कार्यकर्ता से फोन पर बात करते हुए विवादित टिप्पणी की थी, जिसने उनसे मृतक किसान के घर रानीबेन्नूर जाने और शरीर पर माला डालने के लिए कहा था।
किसान की खुदकुशी पर क्या बयान दिया?
उन्होंने कहा, अगर किसान खुद को फांसी लगा रहे है तो हम क्या कर सकते हैं? उसने आत्महत्या कर ली है और मर गया है। आप ऐसे मामले क्यों लाते हैं? मैं उसे क्यों माला पहनाऊं? एक बार जब मैं उसे माला पहनाऊंगा, तो लोग कहेंगे कि नेता बिना पैसा दिए गए थे। आपने इसे आदत में शुमार कर लिया है। वह आगे कार्यकर्ता से पूछते हैं कि क्या उसने किसान को आत्महत्या करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा, आपको इस तरह के मामले नहीं उठाने चाहिए। उन्होंने फांसी लगा ली और अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मामला वहीं समाप्त हो गया। क्या मैंने उनसे ऐसा करने के लिए कहा है?
कोलीवाड़ ने आगे कहा, मुझे नहीं पता कि लोग कब सीखेंगे? उनका कहना है कि किसान मर चुका है और मुझे उसके घर जाकर उसे माला पहनाना चाहिए। मुझे नहीं पता। उसने फांसी क्यों लगाई और क्या अन्याय हुआ है। इस घटना का ऑडियो और वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी को भारी शमिर्ंदगी उठानी पड़ी है।
–आईएएनएस