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Cardiopulmonary Resuscitation: लोगों को हार्ट अटैक से बचाने में कारगर सीपीआर! जानें हथेलियों के इस्तेमाल से कैसे बचाएं जिंदगी

हार्ट अटैक आने पर सीपीआर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, सीपीआर एक ऐसी तकनीक है जिससे हम हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता को बनाए रख सकते हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

प्रतीकात्मक तस्वीर

सोशल मीडिया पर हार्ट अटैक से जुड़े वीडियो आम हो गए हैं. खानपान और अस्वस्थ जीवनशैली इसके मुख्य कारण माने जा रहे हैं. बदलते लाइफस्टाइल के कारण अब स्वस्थ लोग भी हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. जिम जाने वाले और स्कूली बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं. हार्ट अटैक आने पर सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रेससिटेशन) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

सीपीआर का महत्व

सीपीआर एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक तकनीक है जो हार्ट अटैक आने पर जान बचा सकती है. सीपीआर की मदद से हम हृदय और फेफड़ों की कार्य करने की क्षमता को बनाए रख सकते हैं और मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचा सकते हैं. इससे व्यक्ति को चिकित्सा सहायता मिलने तक जीवित रखा जा सकता है.

सीपीआर सीखना क्यों जरूरी है?

सीपीआर सीखना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आप किसी की जान बचा सकते हैं. सीपीआर की तकनीक सीखने से आप हार्ट अटैक आने पर तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं और व्यक्ति को चिकित्सा सहायता मिलने तक जीवित रख सकते हैं.

सीपीआर एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो हार्ट अटैक आने पर जान बचा सकती है. सीपीआर की मदद से हम हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता को बनाए रख सकते हैं और मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचा सकते हैं. इसलिए, सीपीआर की तकनीक सीखना और इसका उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है.

पीड़ित को सीपीआर देने की प्रक्रिया

सबसे पहले, व्यक्ति को हार्ट अटैक आया है या नहीं, इसकी जांच करें. फिर व्यक्ति को जमीन पर लिटाकर सीपीआर शुरू करें. व्यक्ति की छाती पर 30 बार दबाव डालें. इससे हृदय को रक्त पंप करने में मदद मिलेगी. व्यक्ति के मुंह में अपना मुंह लगाकर दो बार सांस दें. इससे फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचेगी. सीपीआर तब तक जारी रखें जब तक कि चिकित्सा सहायता नहीं पहुंच जाती.



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