Bleeding Eye Virus Symptoms: दुनिया भर के कई देशों में ब्लीडिंग आई वायरस (Bleeding Eye Virus) के मामलों में तेजी आई है, जिससे लोगों के बीच चिंता का माहौल है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस खतरनाक वायरस से अब तक 15 लोगों की जान जा चुकी है और कई अन्य को संक्रमित भी कर चुका है. इस वायरस से प्रभावित होने पर लोगों की आंखों से अचानक खून बहने लगता है, और इसी कारण इसे ब्लीडिंग आई वायरस कहा जाता है. आइए जानते हैं कि यह वायरस क्या है और इसके अन्य लक्षण क्या हो सकते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मारबर्ग वायरस (Marburg Virus) इबोला वायरस (Ebola Virus) परिवार का सदस्य है और यह एक बेहद गंभीर बीमारी है. विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस लंबे समय तक गुफाओं या खदानों में रहने से फैल सकता है, जहां चमगादड़ों की बड़ी संख्या होती है. मारबर्ग वायरस, जिसे पहले मारबर्ग हेमरेजिक फीवर (Marburg Hemorrhagic Fever) कहा जाता था, इंसानों में एक अत्यधिक खतरनाक और जानलेवा बीमारी उत्पन्न करता है. यह वायरस संक्रमित लोगों के शरीर के तरल पदार्थ, सतहों और सामग्रियों के सीधे संपर्क से मनुष्यों में फैलता है.
मारबर्ग वायरस के लक्षण आम तौर पर 21 दिनों के भीतर दिखने लगते हैं. यह बीमारी अचानक शुरू होती है और सबसे पहले तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द और शरीर में दर्द महसूस होने लगता है. तीसरे दिन दस्त, पेट में दर्द, ऐंठन, मिचली और उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं. कई मामलों में, आंखों, नाक या मुंह से खून निकलने की समस्या भी हो सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ मामलों में यह लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में खून बहने के लक्षण आमतौर पर 5 से 7 दिनों के भीतर नजर आते हैं. अगर स्थिति गंभीर हो, तो इससे जान भी जा सकती है, क्योंकि गंभीर मामलों में रक्तस्राव के लक्षण दिखाई देते हैं.
ये भी पढ़ें: बोतलबंद या Mineral Water पी रहे हैं तो हो जाएं सावधान, FSSAI ने ‘उच्च जोखिम वाले खाद्य श्रेणी’ में रखा
वर्तमान में मारबर्ग वायरस के इलाज या टीके का कोई प्रमाणित उपचार उपलब्ध नहीं है, हालांकि कुछ संभावित टीके और उपचार अभी परीक्षण के चरण में हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, इस वायरस से बचाव के लिए संक्रमण वाले क्षेत्रों में जाने से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें, मास्क पहनें और हाथों को बार-बार धोएं. इसके अलावा संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचें. इन सावधानियों के जरिए आप इस वायरस से बचाव कर सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
मत्स्य द्वादशी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाई जाती…
जितेंद्र सिंह ने सदन को यह भी बताया कि 2031-32 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता तिगुनी…
C-Section Delivery: सी-सेक्शन एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें मां के पेट पर चीरा लगाकर बच्चे…
भारतीय वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण चिकित्सा उपलब्धि हासिल करते हुए गंभीर हीमोफीलिया ए के लिए…
1980 में रिलीज मल्टीस्टारर फिल्म ‘शान’ का एक किरदार लोगों के दिलो-दिमाग पर छा गया…
झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी जल जीवन मिशन ने ग्रामीण क्षेत्रों में…