Bharat Express

World Heart Day 2023: स्ट्रेस के कारण हो सकती दिल की बीमारियां, इन तरीकों से करें बचाव

World Heart Day 2023: आजकल हमारे खाने-पीने का तरीका, सही न्यूट्रिएंट्स न लेना, छोटी-छोटी बातों को दिमाग में लेना, यही सब हमारी स्वास्थ्य को प्रभावित करती है.

World Heart Day 2023: आजकल हमारे खाने-पीने का तरीका, सही न्यूट्रिएंट्स न लेना, छोटी-छोटी बातों को दिमाग में लेना, यही सब हमारी स्वास्थ्य को प्रभावित करती है. यदि हम जरूरत से ज्यादा तनाव लेते हैं, तो वह हार्ट को प्रभावित करता है. कई एक्सपर्ट्स की माने तो इन दिनों स्ट्रेस या तनाव ह्रदय से संबंधित बीमारियों को पैदा करने का सबसे बड़ा जरिया बन गया है. आज के समय में स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी हर दूसरे इंसान को हो रही है. खासकर इसमें सबसे ज्यादा यूथ शामिल है.स्वस्थ रहने के लिए हमारा शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होना जरूरी है. ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियों के अवेयरनेस फैलाने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है.

इस तरह करता है प्रभाव

स्ट्रेस के बारे में एक्सपर्ट्स बतातें हैं कि स्ट्रेस हार्ट से संबंधित बीमारियों का एक सबसे बड़ा कारण है. लोग इस बात से अनजान रहते है कि ज्यादा स्ट्रेस उनके दिल की सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है. स्ट्रेस की वजह से हेल्दी हार्ट भी बीमारी की चपेट में आ जाता है. स्ट्रेस सिर्फ एक भावनात्मक बोझ नहीं है, बल्कि यह दिल की बीमारियों के लिए एक रिस्क फैक्टर भी है. डॉक्टर आगे कहती हैं कि जब हम रोजमर्रा के जीवन में बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने लगते है, तो हमारे सोचने की क्षमता समय के साथ बदलती जाती है. इस बदलाव का प्रभाव नकारात्मक रूप से हमारे दिल पर पड़ता है.

लगातार स्ट्रेस लेने से दिल की बबिमारियों अधिक होती है. जिसके कारण ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, सूजन हो जाती है और अनहेल्दी लाइफस्टाइल में वृद्धि हो जाती है. ऐसे में दिल को सुरक्षित रखने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट करना बेहद जरूरी है. साथ ही शारीरिक सेहत के साथ ही मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी है.

मेडिटेशन जरूर करें

हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के शोध इस बात पर जोर देते हैं कि खुद पर कंसन्ट्रेट करने के विचार और गहरी सांस लेने के अभ्यास दिमाग के साथ-साथ दिल के लिए भी जरूरी है. इससे उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का जोखिम कम होता है. ध्यान के साथ-साथ योग और प्रार्थना भी मन और शरीर को आराम दे सकते हैं.

पॉजिटिव रहने की कोशिश करें

शोध से यह साबित हो चूका है कि हंसने से स्ट्रेस हार्मोन का स्तर कम होता है. धमनियों में सूजन कम होती है। अच्छा एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है.

एक्सरसाइज करें

जब आप शारीरिक रूप से सक्रिय होती हैं, चाहे आप टहलती हैं या कोई गेम खेलती हैं, आपका शरीर मूड-बूस्टिंग केमिकल एंडोर्फिन जारी करता है. एक्सरसाइज न केवल तनाव से मुक्ति दिलाता है, बल्कि यह रक्तचाप को कम करके हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है. यह स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करके हृदय रोग से भी बचाता है.

इलेक्ट्रोनिक्स से अनप्लग करें

जब तनाव हर जगह पीछा करता है, तो उससे बचना असंभव है. इसलिए खुद को इलेक्ट्रोनिक्स से अनप्लग कर लें. ईमेल और टीवी समाचार से बचें. सेल्फ केयर के लिए हर दिन समय निकालें – भले ही वह सिर्फ 10 या 15 मिनट के लिए ही क्यों न हो.

अपना पसंद का काम करें

तनाव दूर करने के लिए गुनगुने पानी से स्नान, संगीत सुनना या किसी पसंदीदा शौक के लिए समय बिताना भी हो सकता है.

 

Also Read