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Effect of Rahu in Rahukaal: क्या होता है राहुकाल? जानें कैसे बचें इस काल में राहु के असर से

राहुकाल में किसी भी काम को करने से सफलता नहीं मिलती है. और तो और किसी भी तरह के शुभ मुहुर्त भी इस काल में नहीं निकाले जाते हैं.

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राहुकाल से कैसे बचें

Effect of Rahu in Rahukaal: अक्सर ही आपने पंचांग में पढ़ने के अलावा अपने ज्योतिष से भी राहुकाल के बारे में सुना होगा. माना जाता है कि इस काल में किसी भी काम को करने से सफलता नहीं मिलती है. और तो और किसी भी तरह के शुभ मुहुर्त भी इस काल में नहीं निकाले जाते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर क्या होता है राहुकाल और क्यों इसे इतना अशुभ माना जाता है.

राहु की गणना एक अशुभ ग्रह के रूप में होती है. इसे एक ऐसा ग्रह माना जाता है, जिसने समुद्र मंथन के दौरान चोरी से अमृतपान किया था. प्रतिदिन एक समय ऐसा होता है, जिसे ज्योतिष की दृष्टि से अशुभ माना जाता है. इसलिए इस अशुभ काल को राहु का नाम दिया गया है और इसे राहुकाल कहते हैं. हालांकि रोज इसका कोई एक नियत समय नहीं रहता, लेकिन ज्योतिषिय गणना के आधार पर यह कभी सुबह तो कभी दोपहर या शाम के समय भी पड़ सकता है.

प्रतिदिन पंचांग में इस काल की गणना करके इसका निर्धारित समय निकाला जाता है. इस काल मे भूलकर भी किसी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही है. बात करें राहुकाल कितने समय तक रहता है तो गणना के हिसाब से इसकी अवधि दिन (सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय) के आठवें भाग के बराबर मानी गई है. अगर इसे घंटे में जोड़ें तो यह कुल मिलाकर एक घंटा तीस मिनट का होता है. अगर किसी की कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में है तो इस काल के दैरान उन्हें विशेष तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में कुछ उपायों को अपनाकर इससे राहत पाया जा सकता है.

राहु के असर से बचने के उपाय

कुंडली में राहु के अशुभ होने पर बराबर मानसिक से लेकर आर्थिक कष्ट बने रहते हैं. राहुकाल के दौरान किसी तरह के अनिष्ट होने की आशंका भी रहती है. ऐसे में राहु से संबंधित कुछ उपाय विशेष तौर पर कारगर होते हैं.

राहुकाल में परेशानी से निजात पाने के लिए राहु के नाम से एक चार बत्ती वाला दीपक जलाकर किसी स्थान पर रख दें.घर की छत पर जाकर पक्षियों को दाना खिलाएं. राहुकाल में दुर्गा चालीसा का पाठ करना भी लाभकारी रहता है. एक नारियल और कोयले के कुछ टुकड़े को लेते हुए एक नीले कपड़े में बांधकर नदी में प्रवाहित करने पर भी लाभ मिलता है. राहु शिव जी के बहुत बड़े भक्त माने जाते हैं. ऐसे में शिव जी की उपासना लाभदायक रहती है.



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