चंद्रग्रहण 2023
Lunar Eclipse 2023: आज वैशाख पूर्णिमा पर साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण लगने जा रहा है. रात 8 बजकर 44 मिनट से चंद्रग्रहण की शुरुआत हो जाएगी, जो कि अगले दिन 6 मई को 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगी यानी आज मध्य रात्रि तक रहेगी. कुल मिलाकर इस चंद्रग्रहण का काल लगभग 4 घंटे 15 मिनट का होगा. ज्योतिष के जानकारों के अनुसार यह चंद्रग्रहण तुला राशि में स्वाति नक्षत्र में आरंभ होगा, जबकि ग्रहण का मध्य और इसका अंत विशाखा नक्षत्र में होगा. वहीं इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए. उन्हें ग्रहण काल में चाकू, सुई और कैंची जैसी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. वहीं इस दौरान भोजन से भी परहेज करना चाहिए.
भारत में दिखेगा चंद्रग्रहण
इस चंद्रग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा. इसके अलावा इसे ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पेसिफिक, दक्षिण पूर्वी यूरोप, एशिया के अधिकांश हिस्से, न्यूजीलैंड, अटलांटिक, अंटार्कटिका और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा. आज लगने वाला चंद्रग्रहण उपछाया चंद्रग्रहण है. ऐसे चंद्र को मालिन्य (Penumbra) कहा जाता है. क्योंकि इस दौरान चंद्रमा कुछ धुंधला सा दिखाई देता है, जैसे कि वह कुछ उदास है. चंद्रमा धरती की उपछाया में प्रवेश कर वहीं से बाहर निकल जाता है. धार्मिक रूप से इस चंद्रग्रहण का कोई महत्व नहीं है, इसलिए सूतक काल भी लागू नहीं होता है.
चंद्रग्रहण को लेकर बरतें सतर्कता
चंद्रग्रहण के दौरान अपने व्यवहार को लेकर सजग रहें. इस दिन क्रोध करने से आने वाले 15 दिन आपके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. वहीं ग्रहण काल के दौरान भोजन और पूजा पाठ करने से भी बचें. चंद्रग्रहण के दौरान तो वैसे कोशिश करें की बाहर न निकलना पड़े लेकिन अगर निकलते हैं तो किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास से होकर भी नहीं गुजरें. माना जाता है कि चंद्रग्रहण के समय नकारात्मक शक्तियों की ताकत और सक्रियता काफी बढ़ जाती है. वहीं इस दौरान पवित्रता का विशेष ध्यान रखें.
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चंद्रग्रहण पर करें यह काम
चंद्र ग्रहण के दौरान अपने आराध्य के मंत्रों का जाप करें. चंद्र ग्रहण के दिन ग्रहण खत्म होते ही स्नान करने वाले जल में गंगाजल डालकर स्नान करें. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें. चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करते हुए शुद्ध करें. ग्रहण के समय गायों को घास और रोटी, पक्षियों को दाना डालने से कई गुना अधिक पुण्य मिलता है.