माघ माह
Magh Month 2023: हिंदू धर्म में खास अवसरों या तिथी पर किसी पवित्र नदी में स्नान को विशेष तौर पर फलदायी बताया गया है. इसके अलावा इस माह में स्नान के बाद दान और पूजा पाठ को भी विशेष महत्व दिया गया है.
इस साल माघ मास के स्नान की शुरुआत पौष मास की पूर्णिमा से ही हो चुकी है. देश में प्रयागराज समेत कई जगहों पर गंगा किनारे रोज लाखों की संख्या में श्रृद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं.
माघ मास का नहान
धार्मिक ग्रंथों में भी इस बात का जिक्र है कि त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश समेत कई देवी देवता माघ मास के दौरान संगम स्नान करते हैं. बात करें इस माह में स्नान से मिलने वाले फल की तो कहा जाता है कि प्रयागराज के संगम पर माघ मास में यदि कोई व्यक्ति तीन बार स्नान करता है तो उसे दस हजार अश्वमेघ यज्ञ से भी अधिक का फल मिलता है.
वहीं पूरे माघ मास में प्रतिदिन संगम स्नान करने वाले व्यक्ति पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है. माना जाता है कि माघ स्नान से सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है. वहीं माघी पूर्णिमा के दिन माना जाता है कि भगवान विष्णु स्वयं गंगाजल में निवास करते हैं. इस दिन स्नान करने पर भगवान विष्णु की कृपा मिलती है. इसके अलावा माना जाता है कि माघ पूर्णिमा कि दिन स्नान और दान करने से सूर्य और चंद्रमा से संबंधित दोषों से भी मुक्ति मिलती है.
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माघ मास में भगवान का करें सुमिरन
माघ मास के दौरान रोजाना गीता का पाठ करने पर भगवान विष्णु के आशीर्वाद से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. इसके अलावा गीता पाठ से जीवन में आने वाली परेशानियों का हल भी निकलने लगता है.
माघ मास में है इसकी महत्ता
माघ मास में तिल का काफी महत्व है. इस कारण इस महीने प्रतिदिन किसी न किसी रूप में तिल का सेवन करने की मान्यता है. इसके अलावा स्नान के दौरान जल में तिल मिलाकर स्नान करने से बहुत पुण्य मिलता है.
माघ मास में कंबल, स्वेटर और गर्म कपड़ों के दान को उत्तम माना गया है. इसके अलावा खाने-पीने की वस्तुओं में घी, गुड़, गेहूं और सूर्य से संबंधित चीजों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है.