भगवान शंकर जी
Masik Shivratri 2023: हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का बड़ा ही महत्व है. हर माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और चतुर्दशी तिथि के योग में मासिक शिवरात्रि मनाई जाती हैं. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है. मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों पर उनकी विशेष कृपा बनी रहती है. मासिक शिवरात्रि का व्रत पुरुष और महिलाएं दोनों ही रखते हैं. वहीं लड़कियां अच्छे वर की कामना को लेकर मासिक शिवरात्रि का व्रत रखती हैं. आइए जानते हैं इस दिन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि.
भाद्रपद मासिक शिवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त
भाद्रपद माह की मासिक शिवरात्रि 13 सितंबर को पड़ रही है. इस बार मासिक शिवरात्रि का आरंभ 12 सितंबर की रात 2 बजकर 21 मिनट से हो रहा है और अगले दिन 13 सितंबर की रात 3 बजकर 25 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा. वहीं उदया तिथि के अनुसार मासिक शिवरात्रि का व्रत 13 सितंबर को रखा जाएगा.
मासिक शिवरात्रि पर खास मुहूर्त
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार आषाढ़ मासिक शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त 13 सितंबर की शाम 5 बजकर 11 मिनट से शुरू हो रहा है और रात के 8 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. इस दौरान पूजा करने का विशेष लाभ मिलेगा. मान्यता है कि इस दिन रात्रि में पूजा करने का खास महत्व है.
इसे भी पढ़ें: Vishwakarma Puja 2023: सितंबर माह में इस दिन है भगवान विश्वकर्मा जयंती, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
इस विधि से करें पूजा
मासिक शिवरात्रि के दिन प्रात: काल स्नान करने के बाद भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इस दिन शिव जी की पूजा का खास महत्व है. किसी पास के शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर शहद, गंगाजल, दूध, घी, दही और शक्कर मिश्रित पंचामृत का अभिषेक करना चाहिए. इसके अलावा शिव जी की पूजा में शिव चालीसा और शिव पुराण व शिव स्तुति का पाठ करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करने से दांपत्य जीवन में चली आ रही समस्याओं से निजात मिलती है. वहीं अगर आप रात में पूजा करते हैं तो काफी उत्तम माना जाता है. वहीं मनचाहे जीवनसाथी की इच्छा भी भगवान शिव की कृपा से पूरी होती है.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.