IND vs AUS 3rd Test: टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज और उपकप्तान जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी का जलवा पूरी दुनिया में है. उनकी शानदार गेंदबाजी की तारीफ करते हुए इंग्लिश कमेंटेटर ईशा गुहा विवादों में फंस गईं. गाबा टेस्ट के दौरान उनके द्वारा की गई टिप्पणी को नस्लीय माना गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई. स्थिति बिगड़ते देख ईशा गुहा ने माफी मांग ली.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट मैच के दूसरे दिन जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट चटकाए. उनकी शानदार परफॉर्मेंस की तारीफ में ईशा गुहा ने बुमराह को “MVP यानी मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट” कहा. हालांकि, “प्राइमेट” शब्द का अर्थ नरवानर से जोड़ा गया. इसके बाद उनकी इस टिप्पणी पर विवाद शुरू हो गया.
सोशल मीडिया पर इसे नस्लीय टिप्पणी माना गया और बवाल मच गया. लोगों ने इस घटना की तुलना 2008 के मंकीगेट विवाद से की, जब हरभजन सिंह पर एंड्रयू साइमंड्स को “मंकी” कहने का आरोप लगा था. इस घटना ने 2008 के मंकीगेट विवाद की याद ताजा कर दी, जब हरभजन सिंह पर नस्लीय टिप्पणी का आरोप लगा था. हालांकि, भारत के विरोध के बाद उनकी सजा कम कर दी गई थी.
तीसरे दिन के खेल से पहले ईशा गुहा ने लाइव कमेंट्री के दौरान माफी मांगते हुए कहा,
“दूसरे दिन मैंने एक शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसका अलग-अलग तरीकों से मतलब निकाला जा सकता है. मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था. मैं माफी मांगती हूं. मैंने हमेशा बुमराह की प्रशंसा की है और समानता में विश्वास रखती हूं.”
ईशा गुहा इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर हैं. उनके माता-पिता भारतीय मूल के हैं और 1970 में कोलकाता से ब्रिटेन चले गए थे. ईशा ने इंग्लैंड के लिए 8 टेस्ट, 83 वनडे और 22 टी20 मैच खेले हैं. अब वह कमेंट्री में सक्रिय हैं और फॉक्स स्पोर्ट्स के लिए काम करती हैं.
गाबा टेस्ट के दूसरे दिन बुमराह ने पांच विकेट लेकर मैच में भारत की स्थिति मजबूत की. उनकी शानदार गेंदबाजी को लेकर दुनियाभर में चर्चा हो रही है. हालांकि, इस विवाद ने उनकी परफॉर्मेंस पर थोड़ा पानी फेर दिया.
-भारत एक्सप्रेस
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