“हिंदू राष्ट्र बनेगा तो हर धर्म को सम्मान मिलेगा”, पंडित धीरेंद्र शास्त्री की राह पर आचार्य पुंडरीक महाराज, सनातन को बताया सर्वोपरि
धर्म के रास्ते से ही सियासत भी करवट लेती है. बाबाओं के आशीर्वाद से सत्ता साधने के लिए नेतागण भी इनके दरबार में हाजिरी लगाने से नहीं चूकते.