भारत का किफायती आवास बाजार 2030 तक 67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा, 31.2 मिलियन यूनिट की होगी मांग
भारत में किफायती आवास सेगमेंट की मौजूदा कमी और आगामी मांग 2030 तक 30.7 मिलियन यूनिट होने का अनुमान है. शहरीकरण और रोजगार के अवसरों जैसे कारकों के कारण, देश के शहरी केंद्रों में 22.2 मिलियन यूनिट आवास की आवश्यकता होगी.