Bharat Express

Jai Chaudhary

खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़..., ये लाइनें हैं महान कवि रामधारी सिंह दिनकर की. ये पंक्तियां आज के समय में भारतीय-अमेरिकी अरबपति जय चौधरी पर एकदम सटीक बैठती हैं.