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आतंकी पन्नू ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उसने देश के मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की है.

Khalistani Elements In Canada: कनाडा में भारत के खिलाफ लगातार बढ़ती गतिविधियों को लेकर वहां के राजनेताओं ने नाराजगी जताई है.

गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अपने वीडियो में कहा, ''हम सिखों से 19 नवंबर को एयर इंडिया में उड़ान नहीं भरने की अपील कर रहे हैं. 19 नवंबर को वैश्विक नाकाबंदी होगी."

इस मामले में कनाडाई विदेश मंत्री ने रिपोर्टों पर सीधे टिप्पणी करने से परहेज किया है. हालांकि, उन्होंने भारत से प्राइवेट टॉक की मांग की है. कनाडा के विदेश मंत्री, मेलानी जोली ने कहा कि कनाडाई सरकार अपने भारतीय समकक्षों के साथ संपर्क में है.

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत के खिलाफ बड़ी साजिश में जुटी है. कनाडा में हो रहे खालिस्तानी प्रदर्शनों के बीच ISI ने "खालिस्तानी टूलकिट" तैयार किया है. इस टूलकिट के जरिये आईएसआई खालिस्तान के नाम पर कनाडा में हो रहे प्रदर्शनों को सफल बनाने के लिए बड़ी तैयारी कर रही है.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या का जिम्मेदार भारत को बताया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक विवाद बढ़ता जा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन से सिख समुदाय के सिक्योरिटी पर्सनल को हटाया जा रहा है.

खालिस्तान और गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने 6 राज्यों में एक साथ कार्रवाई की. एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 51 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. यह कार्रवाई लॉरेंस, बंबीहा और अर्श डल्ला गैंग के सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर हो रही है.

कनाडा के सरे में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद से खालिस्तानी गिरोह भारत पर आरोप लगा रहे हैं, इस दावे को अब कनाडाई सरकार का समर्थन प्राप्त है.

खालिस्तानी आतंकी निज्जर के मुद्दे ने कनाडा और भारत के रिश्तों में कड़वाहट घोल दी है. अमेरिका भी इस मसले पर डबल गेम करने से बाज नहीं आ रहा है. भारत से बेहतर संबंधों के बावजूद यूएस कूटनीतिक चालबाजियां दिखा रहा है. निज्जर पर कनाडा को सबसे पहले इनपुट अमेरिका ने ही Five Eyes (FVEY) ग्रुप के जरिए दिए थे.

खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर हत्याकांड पर खुफिया एजेंसियों को नई जानकारी मिली है. निज्जर ISI के लिए सिरदर्द बन चुका था. क्योंकि वो खुलकर विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रहा था, जिससे भारत विरोधी प्रदर्शन पाकिस्तान द्वारा भड़काने के मंसूबे खुले तौर पर उजागर हो रहे थे. इसलिए आशंका है कि बदनामी के डर से ISI ने निज्जर को रास्ते से हटाया है.