निजी इक्विटी और एमएंडए में भारी उछाल, तीन वर्षों में सबसे अधिक डील हुई
ग्रांट थॉर्नटन भारत की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में भारत के उपभोक्ता और खुदरा क्षेत्र ने निजी इक्विटी और एमएंडए (विलय और अधिग्रहण) गतिविधि में व्यापक उछाल के बीच तीन वर्षों में सबसे अधिक सौदे हुए.
जनवरी-मार्च में M&A, पीई सौदे तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचे
ग्रांट थॉर्नटन भारत की ताजा तिमाही डील ट्रैकर रिपोर्ट से पता चला है कि घरेलू उपभोक्ता और खुदरा बाजारों में डील गतिविधि कैलेंडर वर्ष 2025 की पहली तिमाही में तीन साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई.
फरवरी में भारतीय स्टार्टअप्स ने जुटाए 1.65 अरब डॉलर, औसत वैल्यूएशन 83.2 मिलियन डॉलर
फरवरी 2025 में भारतीय स्टार्टअप्स ने 1.65 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई, जिसमें औसत वैल्यूएशन 83.2 मिलियन डॉलर रही. बेंगलुरु और मुंबई के स्टार्टअप्स ने सबसे अधिक निवेश आकर्षित किया.
Private Equity Investment: भारत में प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्ट में बंपर उछाल, निवेश बढ़कर 15 बिलियन डॉलर पहुंचा
Private equity investment: पारंपरिक क्षेत्रों में अस्थिरता के बावजूद, निर्माण और उपयोगिता जैसे आला बाजारों ने उल्लेखनीय वृद्धि प्रदर्शित की.
जनवरी- नवंबर के बीच प्राइवेट इक्विटी निवेश बढ़कर 30.89 अरब डॉलर पर पहुंचा, डील्स में 18% की बढ़ोतरी
भारत में प्राइवेट इक्विटी (PE) गतिविधि ने 1,022 सौदों (Deal) में 30.89 अरब डॉलर हो गया, जो मूल्य में 22.7 प्रतिशत की और सौदों की संख्या में 18.4 प्रतिशत की वृद्धि है, जबकि 2023 में इसी अवधि के दौरान 863 सौदों में 25.17 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी.