समुद्र मंथन की पौराणिक कथा से संबद्ध है प्रयागराज का यह प्रसिद्ध मंदिर
समुद्र मंथन के बाद भगवान विष्णु के कहने पर नागवासुकी ने प्रयाग में विश्राम किया. देवताओं के आग्रह पर वो यहां ही स्थापित हो गए.
समुद्र मंथन के बाद भगवान विष्णु के कहने पर नागवासुकी ने प्रयाग में विश्राम किया. देवताओं के आग्रह पर वो यहां ही स्थापित हो गए.