सुभद्रा कुमारी चौहान: स्वतंत्रता आंदोलन में दिया अहम योगदान, कलम को बनाया हथियार
'खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी' जैसी कविताएं लिखने वाली सुभद्रा कुमारी चौहान 1921 में महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन में शामिल हुईं. वह नागपुर में गिरफ्तार होने वाली पहली महिला सत्याग्रही थीं.
कवयित्री तो बहाना, सिंधिया पर निशाना! सुभद्रा कुमारी चौहान के नाम पर अवॉर्ड का वादा कर कांग्रेस ने चली कौन सी चाल?
दिलचस्प बात ये है कि जब तक सिंधिया कांग्रेस में थे तो बीजेपी नेता उन पर आरोप लगाते थे. अब जब वह बीजेपी में चले गए हैं तो कांग्रेस उन पर निशाना साध रही है.