अगर आप विदेश में रहने या काम करने का सोच रहे हैं, तो रोजमर्चा के खर्चे की बात को देखते हुए ही किसी शहर के बारे में प्लान करते होंगे. यहां जानिए कि रहने के लिए कौन-से शहर सबसे महंगे हैं.
लीडिंग कंसल्टिंग फर्म मेरसर (Mercer) द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी किए गए कॉस्ट ऑफ लिविंग सर्वे में, हांगकांग को अंतरराष्ट्रीय कर्मचारियों के लिए दुनिया का सबसे महंगा शहर घोषित किया गया है. यह सर्वे 226 शहरों पर आधारित है, जिसमें हाउसिंग, परिवहन, भोजन, कपड़े, घरेलू सामान और मनोरंजन जैसी 200 से अधिक वस्तुओं की लागत का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है.
फोर्ब्स पर दिए गए Mercer के सर्वे के अनुसार, इस साल के टॉप-10 सबसे महंगे शहरों में से आधे पश्चिमी यूरोप में हैं, जिनमें स्विट्ज़रलैंड के 4 शहर शामिल हैं. लेकिन इस सूची में सबसे महंगे शहरों की अगुवाई साउथईस्ट एशिया के शहरों द्वारा की जा रही है, जहां हांगकांग के बाद सिंगापुर का नाम आता है.
वैश्विक स्तर पर कई कारक जैसे महंगाई, विनिमय दर में उतार-चढ़ाव, राजनीतिक अस्थिरता, और स्थानीय संघर्षों ने रहने की लागत को प्रभावित किया है. इन सभी ने हाउसिंग, उपयोगिताओं और करों में अतिरिक्त खर्चे को जन्म दिया है. विशेष रूप से हांगकांग, सिंगापुर, और स्विट्ज़रलैंड के शहरों में महंगे हाउसिंग बाजार, उच्च परिवहन खर्च और वस्त्रों और सेवाओं की महंगाई ने इन शहरों को महंगा बना दिया है.
सबसे महंगे शहर
- हांगकांग, चीन
- सिंगापुर
- ज्यूरिख, स्विट्ज़रलैंड
- जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड
- बेसल, स्विट्ज़रलैंड
- बर्न, स्विट्ज़रलैंड
- न्यूयॉर्क सिटी, न्यूयॉर्क, अमेरिका
- लंदन, यूनाइटेड किंगडम
- नासाऊ, बहामास
- लॉस एंजिल्स, कैलिफ़ोर्निया, अमेरिका
(यह सूची forbes.com पर पब्लिश की गई है)
अमेरिका में इस साल 7 शहरों ने टॉप 20 में जगह बनाई है, जिनमें न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स शीर्ष 10 में शामिल हैं. वहीं, मिडल ईस्ट में दुबई ने अपनी स्थिति में सुधार किया है और यह अब क्षेत्र का सबसे महंगा शहर बन गया है.
इसके अलावा, कुछ अफ्रीकी और मध्य-पूर्वी शहरों में भी रहने की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिनमें इस्तांबुल, अक्रा, अदीस अबाबा और काहिरा शामिल हैं.
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