

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 में भगदड़ की साजिश करने वालों के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने सदन में स्पष्ट किया कि चाहे कोई कितना भी बड़ा प्रभावशाली व्यक्ति क्यों न हो, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. प्रदेश सरकार महाकुंभ की शांति व्यवस्था को भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगी.
हालांकि, प्रदेशवासियों में इस बात को लेकर असंतोष भी देखने को मिला कि मुख्यमंत्री ने ट्रेन में यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं पर हुए हमलों को लेकर कोई सीधी टिप्पणी नहीं की. हाल ही में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ट्रेनों में तोड़फोड़, पत्थरबाजी, यात्रियों पर हमले और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आईं. श्रद्धालुओं पर चलती ट्रेन में ठंडे पानी से हमला करने जैसी घटनाएं भी दर्ज की गईं.
क्या सरकार लेगी कड़ी कार्रवाई?
प्रदेशवासियों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री इन घटनाओं पर भी सख्त कार्रवाई की घोषणा करेंगे, लेकिन इस मुद्दे पर चर्चा न करने से जनता में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. विपक्षी दलों ने भी इस पर सवाल उठाए और सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा कि आखिर रेलवे में उपद्रव करने वाले तत्वों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी.
जनता की उम्मीदें और सरकार का रुख
जनता को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री पहले की तरह यह कहते कि रेलवे में उपद्रव करने वाले उपद्रवियों की पहचान कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी. प्रदेशवासी चाहते हैं कि सरकार सभी घटनाओं को समान रूप से देखे और सभी उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करे.
मुख्यमंत्री से क्या है जनता की अपेक्षा?
प्रदेश के नागरिकों का मानना है कि सरकार को कानून-व्यवस्था के मामले में निष्पक्ष रहना चाहिए और किसी भी उपद्रवी तत्व को बख्शना नहीं चाहिए. महाकुंभ में शांति बनाए रखना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी ट्रेनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है.
-भारत एक्सप्रेस
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