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यूपी में सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक, पुलिस बोली- आदेश नहीं माना तो रद्द कर दिए जाएंगे पासपोर्ट-लाइसेंस

Namaz Controversy: यूपी सरकार ने सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाई, पुलिस ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी. केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने इस आदेश की आलोचना करते हुए इसे संवेदनशील तरीके से लागू करने की बात की.

CM himanta biswa sarma

नमाज.

Vijay Ram Edited by Vijay Ram

Namaz on Eid: उत्तर प्रदेश सरकार ने आगामी ईद के अवसर पर सड़कों पर नमाज अदा करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. सरकार ने इस आदेश को लागू करने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा है. मेरठ, संभल और बलिया में पुलिस ने इस बाबत अलग-अलग एडवाइजरी जारी की है. पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई व्यक्ति सड़कों पर नमाज पढ़ता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मेरठ पुलिस का सख्त आदेश

मेरठ पुलिस ने सड़कों पर नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक आदेश जारी किया. पुलिस का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को सड़क पर नमाज पढ़ते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही पुलिस ने यह भी चेतावनी दी कि ऐसे व्यक्तियों के पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द करने की सिफारिश की जाएगी. पुलिस ने सभी से अपील की है कि वे मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा करें. मेरठ एसपी सिटी आयुष विक्रम ने कहा कि पिछले साल कुछ लोगों ने सड़कों पर नमाज पढ़ी थी, जिसके कारण 200 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे.

जयंत चौधरी फैसले से असहमत

केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी ने इस आदेश की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस मुद्दे को संवेदनशीलता के साथ हल करना चाहिए. जयंत चौधरी ने इस आदेश की तुलना जॉर्ज ऑरवेल की किताब ‘1984’ के पुलिसिंग से की. उन्होंने कहा कि पुलिस को यह अधिकार नहीं है कि वे पासपोर्ट जब्त करने की बात करें. प्रशासन को सड़कें खाली करने की सलाह देनी चाहिए, लेकिन इसके लिए समुदाय से संवाद करना चाहिए.

सड़क पर नमाज पर सियासत तेज

सड़क पर नमाज पढ़ने के मामले पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा कि नमाज मस्जिद में ही कबूल होती है और सड़क पर नमाज पढ़ने से समाज में असमंजस पैदा होता है. उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रथा किसने शुरू की है? वहीं, भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सौहार्द्र बनाए रखना हर नागरिक का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को सड़क पर नमाज पढ़ने से आपत्ति है, तो समाधान निकाला जा सकता है.

कांग्रेस और अन्य दलों की प्रतिक्रिया

कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि सड़कों पर नमाज पढ़ने से किसी को आपत्ति है, तो इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को इस मामले में तटस्थ रहकर निर्णय लेना चाहिए.

अंतिम उपाय और पुलिस की तैयारी

पुलिस का कहना है कि वह ईद के मौके पर किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी तरह से तैयार है. मेरठ पुलिस ने सभी धर्मगुरुओं से अपील की है कि वे अपने अनुयायियों को मस्जिदों और ईदगाहों में ही नमाज अदा करने की सलाह दें. पुलिस ने कहा कि वह इस बार किसी भी तरह की अव्यवस्था को सहन नहीं करेगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी.



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