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बीजेपी राजस्थान में जयपुर क्षेत्र की सभी 19 सीटों पर एक खास रणनीति के तहत टिकट बांटने वाली है। भाजपा ने जयपुर शहर की 8 सीटों पर साल 2018 में जिन नेताओं को टिकट दिया था, उनमें से ज्यादातर के टिकट कटने के आसार हैं। जयपुर ग्रामीण की 8 सीटों पर भी पिछली बार के टिकटों को बदला जा सकता है।

मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है. हिंदी पट्टी वाले तीन राज्यों में बीजेपी बनाम कांग्रेस की सीधी लड़ाई है, तो तेलंगाना में त्रिकोणीय और मिजोरम में दो क्षत्रपों के बीच मुकाबला है.

बीजेपी की पहली सूची में जिन नेताओं के टिकट कटे हैं, उनमें दो बार की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थकों की तादाद अधिक बताई जा रही है. इसे लेकर राजस्थान की सियासत में बवाल मच गया है. टिकट कटने से नाराज आधा दर्जन से अधिक नेता या उनके समर्थक खुलकर विरोध में उतर आए हैं.

इजराइल-हमास युद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन अजय’ लॉन्च कर दिया है। इजराइल में करीब 18 हजार भारतीय फंसे हैं। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि अगर जरूरत पड़ी तो इंडिनय नेवी को भी इस ऑपरेशन में शामिल किया जाएगा.

यहूदियों के पास एक ही देश है इजरायल. इसके अलावा उनकी कुछ आबादी अमेरिका, फ्रांस और पोलैंड जैसे देशों में बसी है. लेकिन अब इजरायल में भी यहूदी जनसंख्या तेजी से घट रही है. जबकि मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ी है. ऐसे में यहूदियों पर अपने ही देश में अल्पसंख्यक होने का खतरा मंडरा रहा है.

बिहार के बक्सर जिले में नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन अचानक से रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास डिरेल हो गई. देखते ही देखते ट्रेन के 6 डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसे के बाद वहां चीख पुकार मच गई. इसमें 4 लोगों की मौत हो गई. जबकि, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

हमास के हमले को 48 घंटे भी नहीं बीते थे बाइडेन प्रशासन के सीनियर अधिकारियों की मीटिंग ने इजराइल में गोला-बारूद की कमी की तरफ ध्यान खींचा। अमेरिका ने एम्युनिशन की पहली खेप इजराइल पहुंचा दी है। इस जंग का अंजाम पता नहीं, इसलिए ऐसी बहुत सारी मदद भेजनी पड़ सकती है।

अमेरिकी कांग्रेस की समिति के चेयरमैन ने कहा है कि इजराइल पर हुए हमास के घातक हमले से तीन दिन पहले मिस्र ने सीमा पार से संभावित हमले की चेतावनी दी थी. हालांकि इजराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने इन रिपोर्टों को "बिल्कुल ग़लत" बताया है.

भारत और इसराइल के राजनयिक संबंधों का इतिहास बहुत लंबा नहीं है. भारत ने इसराइल के बनने के तुरंत बाद एक स्वतंत्र मुल्क के रूप में मान्यता नहीं दी थी. भारत इसराइल के गठन के ख़िलाफ़ था.भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इसके ख़िलाफ़ वोट किया था.

हमले का फैसला देइफ और गाजा में हमास के लीडर येहया सिनवार ने मिलकर किया था। हालांकि, इसका मास्टरमाइंड देइफ ही था। उसी ने पूरी प्लानिंग की थी कि हमले कब और कैसे किए जाएंगे। देइफ 2 साल पहले अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली सेना की रेड को अपने दिल और दिमाग से निकाल नहीं पा रहा था।