Khalistani Terrorist: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू भारत का दुश्मन है और भारत की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में है. इस बीच खबर आई कि कुछ लोगों ने पन्नू को जान से मारने की प्लानिंग की थी, लेकिन अमेरिका ने इस साजिश को नाकाम कर दिया. इसको लेकर कई अखबारों और पोर्टल्स पर रिपोर्ट्स चली. पन्नू कनाडा की नागरिकता लेकर बैठा है. वह अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस का जनरल काउंसिल है. यहां से वह खालिस्तान की मांग करता रहता है. इससे पहले कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भी भारत और अमेरिका के बीच टकराव बढ़ा था. अब पन्नू की हत्या की साजिश को लेकर अमेरिका भारत की ओर संकेत दे रहा है.
फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए बुधवार (22 नवंबर) को बताया, “अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में एक सिख अलगाववादी को मारने की साजिश को विफल कर दिया.” फिलहाल इस रिपोर्ट पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.मामले से परिचित लोगों के अनुसार अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि क्या नई दिल्ली के विरोध के कारण साजिशकर्ताओं ने अपनी योजना बदल दी या फिर एफबीआई के हस्तक्षेप के कारण साजिश नाकाम हुई.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को राजनयिक चेतावनी के अलावा अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने न्यूयॉर्क जिला अदालत में कम से कम एक संदिग्ध के खिलाफ सीलबंद अभियोग भी दायर किया है. दूसरी ओर पन्नू ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि क्या अमेरिकी अधिकारियों ने उसे साजिश के बारे में चेतावनी दी थी. हालांकि, उसने मामले में बस यह ही कहा कि अमेरिकी सरकार को अमेरिकी धरती पर भारतीय गुर्गों से उनकी जान के खतरे को लेकर जवाब देना होगा.
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बता दें कि जून में निज्जर की हत्या होने के चलते कनाडा ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे और दोनों के बीच लंबे वक्त तक टकराव भी रहा था, यहां तक कि भारत ने यहां अपनी वीजा सर्विसेज तक बंद कर दी थीं. हालांकि वो अब शुरू हो गई हैं, लेकिन दोनों ही देशों के बीच अभी भी टकराव की स्थिति है.
-भारत एक्सप्रेस
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