(प्रतीकात्मक तस्वीर: IANS)
Times Higher Education Impact Ranking 2024: टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) इम्पैक्ट रैंकिंग 2024 में भारत दुनिया का सबसे अच्छा प्रतिनिधित्व करने वाला देश बना गया है. 105 संस्थानों के साथ भारत सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला देश है, जिसके बाद तुर्की और पाकिस्तान का स्थान है.
भारत ने 2019 में केवल 13 संस्थानों से पिछले 5 वर्षों में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की है. इस बार सबसे अधिक भागीदारी वाला देश 105 संस्थानों के साथ भारत है.
टाइम हायर एजुकेशन के चीफ ग्लोबल अफेयर्स ऑफिसर फिल बैटी ने इस उपलब्धि पर भारत की सराहना की. बैटी ने रैंकिंग में भारत की प्रगति का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दिया.
भारत के विकास की सराहना करते हुए फिल बैटी ने सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. 2019 में भारतीय विश्वविद्यालयों की संख्या सिर्फ 13 से बढ़कर 2024 में 100 से अधिक होने का उल्लेख करते हुए बैटी ने कहा कि पीएम मोदी ने इस उल्लेखनीय सफलता का नेतृत्व किया है.
India is the world’s number one best represented nation in the @timeshighered Impact Rankings 2024. Over 100 universities are ranked, up from just 13 in 2019, thanks to the remarkably successful internationalisation drive spearheaded by @narendramodihttps://t.co/MCotkX9ViA pic.twitter.com/MLtxX1A5rT
— Phil Baty (@Phil_Baty) June 12, 2024
इस सूची में अमृता विश्व विद्यापीठम ने 81वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (एमएएचई) और शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज 101-200 की रैंकिंग के बीच में हैं. बीएस अब्दुर रहमान क्रिसेंट इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी 201-300 की रैंकिंग के बीच में है.
2024 के लिए ओवरऑल इंपैक्ट रैंकिंग के लिए THE ने 125 देशों/क्षेत्रों के 2,152 विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन किया। ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी लगातार तीसरे साल सूची में शीर्ष पर है। यूके (ब्रिटेन) की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर और ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ तस्मानिया संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं.
रैंकिंग पद्धति समग्र प्रदर्शन और प्रभाव को दर्शाने के लिए कई संयुक्त राष्ट्र (यूएन) सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में स्कोर को एकीकृत करती है. रैंकिंग चार व्यापक क्षेत्रों में कैलिब्रेटेड संकेतकों पर आधारित है: अनुसंधान, स्टीवर्डशिप, आउटरीच और शिक्षण, जो दुनिया भर के विश्वविद्यालयों की एक व्यापक और संतुलित तुलना प्रदान करते हैं.
-भारत एक्सप्रेस