प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: IANS)
शुक्रवार (23 नवंबर) को अमेरिकी राज्य मैरीलैंड के स्लिगो सेवेंथ-डे एडवेंटिस्ट चर्च में एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) एसोसिएशन ऑफ इंडियन अमेरिकन माइनॉरिटीज (AIAM) का शुभारंभ किया गया. इसका उद्देश्य अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय के भीतर अल्पसंख्यक समुदायों को एकजुट करना और उनके कल्याण को बढ़ावा देना है.
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अल्पसंख्यक उत्थान के लिए डॉ. मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया गया. हालांकि प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे. समावेशी विकास और अल्पसंख्यक कल्याण की दिशा में पीएम मोदी के प्रयासों को मान्यता देते हुए यह पुरस्कार वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और AIAM द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया.
एनजीओ में ये हैं शामिल
प्रसिद्ध सिख परोपकारी जसदीप सिंह को AIAM का संस्थापक और अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जिसे विविध भारतीय अल्पसंख्यक समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले सात सदस्यीय निदेशक मंडल का समर्थन प्राप्त है. इसके सदस्यों में बलजिंदर सिंह और डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाड़ा और एलीशा पुलिवर्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और निसिम रूबेन (भारतीय यहूदी) शामिल हैं.
प्रधानमंत्री की सराहना
सभा को संबोधित करते हुए जसदीप सिंह ने 2047 तक पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में संगठन की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाया है, जो धर्म, जाति या संप्रदाय के बावजूद हर नागरिक के लिए समान अवसर सुनिश्चित करता है.’
महत्वपूर्ण भूमिका के लिए तैयार
भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने धर्मनिरपेक्षता के प्रति भारत की संवैधानिक प्रतिबद्धता को बनाए रखने और राष्ट्र के लिए वैश्विक मान्यता को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की. उन्होंने सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने के प्रयासों की भी निंदा की और जोर देकर कहा कि भारत में अल्पसंख्यक अब देश की एकता और प्रगति को बाधित करने के उद्देश्य से झूठे आख्यानों का विरोध करते हैं.
AIAM भारतीय अमेरिकियों के बीच एकता को बढ़ावा देने और अमेरिका के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने में उनके योगदान को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
-भारत एक्सप्रेस
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