अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका कती राजकीय यात्रा पर हैं. गुरुवार को पीएम मोदी यूएस संसद को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच के रिश्ते, रूस-यूक्रेन युद्ध पर अपने विचार साझा किए. पीएम ने संबोधित करते हुए एक कविता भी सुनाई. ये कविता उन्होंने खुद लिखी है. पीएम मोदी ने जैसे ही कविता को खत्म किया पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट और मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा.
पीएम मोदी ने सुनाई कविता-
‘आसमान में सिर उठाकर, घने बादलों को चीर कर. रोशनी का संकल्प लें, अभी तो सूरज उगा है. अभी तो सूरज उगा है, दृढ़ निश्चय के साथ चलकर, हर मुश्किल को पार कर, घोर अंधेरे को मिटाने अभी तो सूरज उगा है.’
पीएम मोदी ने अपनी इस कविता को पहले हिंदी में सबके सामने सुनाया. उसके बाद उन्होंने कविता का अंग्रेजी में अनुवाद भी किया. जिसे सुनाने से पहले उन्होंने कहा, मैं आज एक कविता आपको सुनाता हूं, ये कविता मैंने काफी पहले लिखी थी.
अमेरिकी संसद में लगे मोदी-मोदी के नारे
बता दें कि पीएम मोदी जैसे ही अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए पहुंचे तभी वहां मोदी-मोदी के नारे लगने शुरू हो गए. ये सिलसिला करीब दो से तीन मिनट तक चलता रहा. इसके अलावा पीएम मोदी जब सदन को संबोधित कर रहे थे. उस दौरान भी कई बार पीएम मोदी के नारे लोगों ने लगाए. संसद में पहुंचने पर उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने और सभी सीनेटरों ने उनका स्वागत किया.
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गौरतलब है कि पीएम मोदी का अमेरिका संसद में ये दूसरा संबोधन था. इससे पहले पीएम मोदी ने 8 जून 2016 को पहली बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया था.
-भारत एक्सप्रेस
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