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UK: भारतीय मूल के सिख इंजीनियर नवजोत साहनी के जुनून की कहानी, जिसने बनाई यह खास वाशिंग मशीन

UK: नवजोत साहनी ने कहा कि यह पुरस्कार प्राप्त करना और प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाना मेरे लिए एक ऐसी उपलब्धि है, जिसे मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकता.

Navjot Sahni

नवजोत साहनी

UK: भारतीय मूल के ब्रिटिश सिख इंजीनियर नवजोत साहनी अपने एक खास अविष्कार को लेकर आजकल चर्चा में बने हुए हैं. इस अविष्कार के लिए उन्हें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा ‘प्वाइंट्स ऑफ लाइट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है. नवजोत साहनी ने हाथ से चलने वाला वाशिंग मशीन बना डाला जिसके लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है.

वाशिंग मशीन आज घर के लिए आवश्यक उपकरणों में से एक है. शहरी जीवन में इसे चलाने के लिए बिजली की जरूरत होती है. वहीं जहां बिजली नहीं है वहां इनकी उपयोगिता कुछ भी नहीं. ऐसे में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने साहनी द्वारा बनाए गए मशीन को लेकर जानकारी देते हुए बताया है कि इस वाशिंग मशीन ने 1,000 से अधिक ऐसे परिवारों को लाभ पहुंचाया है, जो कम विकसित देशों या शरणार्थी शिविरों में रहते हुए अपनी जिंदगी बीता रहे हैं और उन्हें बिजली से चलने वाली वाशिंग मशीन का लाभ नहीं मिल पाता.

सम्मान को लेकर भाव विभोर दिखे साहनी

बता दें कि करीब चार साल पहले नवजोत साहनी ने हाथ से चलाए जाने वाले वाशिंग मशीन पर काम करना शुरु किया था. उनके द्वारा बनाई गई इस वाशिंग मशीन को हाथ से बड़ी आसानी से चलाया जा सकता है. बिजली की बचत में यह मशीन काफी मददगार है. इसके लिए ही नवजोत साहनी को ‘प्वाइंट्स ऑफ लाइट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था. जो कि ब्रिटेन के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है.

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ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने लिखा था पत्र

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक से सम्मानित होने के दौरान के अनुभव को साहनी ने अकल्पनीय बताया है. उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार प्राप्त करना और प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाना मेरे लिए एक ऐसी उपलब्धि है, जिसे मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकता. वहीं ऋषि सुनक ने साहनी को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने कहा, ‘आपने दुनियाभर में हजारों लोगों की मदद के लिए इंजीनियर के रूप में अपने पेशेवर कौशल का इस्तेमाल किया है जो बिजली से चलने वाली वाशिंग मशीन का खर्च नहीं उठा सकते.’

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