Bharat Express

पैसों की किल्लत से जूझ रहे हैं Startups, डरावने हैं आंकड़े

साल 2023 के 5 महीने बीत चुके हैं और इन 5 महीनों में स्टार्टअप्स को मिलने वाली फंडिंग में दस बीस नहीं बल्कि पूरे 79% की गिरावट दर्ज की गई है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Startups facing funding crisis : हाल के दिनों में स्टार्टअप का ट्रेंड जोरो पर था लेकिन कोई भी बिजनेस चलाना आसान नहीं होता और फिलहाल स्टार्टअप शुरू करना खतरे से खाली नहीं लग रहा है. मंदी के चलते पूरी दुनिया में फायरिंग चल रही है और स्टार्टअप इससे अछूते नहीं है. स्टार्टअप्स सिर्फ लोगों को नौकरी से ही नहीं निकाल रहे बल्कि उनके लिए बिजनेस चलाने के लिए जरूरी फंडिंग जुटाना भी लोहे के चने चबाने जैसा हो रहा है. इस साल की शुरूआत से ही स्टार्टअप्स फंड की किल्लत से जूझ रहे हैं. बिजनेस वर्ल्ड में इसे फंडिंग विंटर बताया जा रहा है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें साल 2023 के 5 महीने बीत चुके हैं और इन 5 महीनों में स्टार्टअप्स को मिलने वाली फंडिंग में दस बीस नहीं बल्कि पूरे 79% की गिरावट दर्ज की गई है. स्टार्टअप को प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल की तरफ से दी जाने वाली फंडिंग लगातार गिर रही है. यही वजह है कि एक के बाद एक स्टार्टअप्स लोगों को नौकरी से निकाल रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Zomato के शेयर्स में आया 8 फीसदी का उछाल, जानें इसका ONDC कनेक्शन

आंकड़े है डराने वाले-

आंकड़ों की बात करें तो सिर्फ मई के महीने में निवेशकों ने लगभग 53 फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया. जबकि पिछले साल मई में निवेशकों ने 108 फंडिंग राउंड किए थे . इस साल अब तक लगभग 948 मिलियन डॉलर की फंडिंग की, वहीं पिछले साल ये लगभग 1.68 अरब डॉलर था. एक ओर फंडिंग में सालाना आधार पर करीब 44 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. तो वहीं दूसरी ओर डील्स की संख्या भी आधी से कम रह गई है.

हालांकि इन सबके बीच अच्छी बात ये है कि फंडिंग में हर बीतते महीने के साथ इजाफा हो रहा है. अप्रैल में करीब 46 डील हुई थीं और लगभग 342 मिलियन डॉलर की फंडिंग हुई थी.



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read