जो बाइडेन- पीएम मोदी (फाइल फोटो)
Narendra Modi US Visit: राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा पर जाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति और प्रथम महिला 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी भी करेंगे. पीएम मोदी ने 2014 से अबतक अमेरिका की कई बार यात्रा की है. हालांकि इस बार की यात्रा कई मायनों में खास है. व्हाइट हाउस के अनुसार पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच करीबी साझेदारी के लिए बहुत खास है.
अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
अमेरिका में पीएम मोदी का आधिकारिक स्वागत किया जाएगा और वे द्विपक्षीय बैठकें और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे. राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन उनके सम्मान में राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. बता दें कि यह यात्रा इसलिए भी खास है कि डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति भारतीय प्रधानमंत्री को व्हाइट हाउस के राज्य रात्रिभोज के लिए आमंत्रित कर रहे हैं, और कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए कहा है.
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राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किए गए तीसरे नेता हैं पीएम मोदी
1963 में राष्ट्रपति राधा कृष्ण और 2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की यात्रा के बाद से अमेरिका की राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित किए गए तीसरे भारतीय नेता पीएम मोदी हैं. मनमोहन सिंह की मेजबानी तत्कालीन राष्ट्रपति ओबामा ने की थी. मोदी की राजकीय यात्रा भी अमेरिका के किसी भी नेता की सबसे लंबी यात्रा होगी. दोनों देशों के एजेंडे में व्यापार, रक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों पर समझौते और संयुक्त उत्पादन समझौते पर हस्ताक्षर के साथ भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी की महत्वपूर्ण प्रगति है.
पिछले दो दशकों में काफी करीब आए भारत और अमेरिका
पिछले दो दशकों से भारत और अमेरिका एक दूसरे के काफी करीब आये हैं. व्यापार और निवेश के सहारे दोनों देश प्रगति की राह पर अग्रसर है. हालांकि, दक्षिण एशिया और हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती उपस्थिति और मुखरता दोनों देशों के लिए चिंता का विषय है. बता दें कि लगभग एक दशक पहले नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से, अमेरिका के साथ सुरक्षा और आर्थिक संबंधों में स्पष्ट रूप से वृद्धि हुई है. हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को सीमित करने के दिशा में भी दोनों देशों ने कई कदम बढ़ाए हैं.
जेट इंजन के लिए समझौता
इलेक्ट्रिक सौदे के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा का सबसे बड़ा परिणाम होगा. भारत की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने भारतीय वायु सेना के लिए तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के Mk II को पावर देने के लिए 99 F414 GE लड़ाकू जेट इंजनों को सेलेक्ट किया है. इसके लिए जीई और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के अधिकारियों के साथ एक प्रस्ताव पर समझौता हुआ है. समझौता GE-F414-INS6 इंजन बनाने के लिए है.
-भारत एक्सप्रेस
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