Heart Attack: भारत में पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक के मामलों में काफी तेजी आई है आजकल तो 20 से 25 साल के युवा भी हार्ट का शिकार होते जा रहे हैं. यह बीमारी एक साइलेंट किलर बनती जा रही है और हर कोई जानना चाहता है कि आखिर हार्ट अटैक के मामले इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहें हैं. हाल के सालों में कई सेलिब्रिटीज भी हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं. आजकल के दौर की व्यस्त जीवनशैली की वजह से अनियमित खानपान, जंक फूड का सेवन, धूम्रपान और शराब जैसी आदतें युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा रही हैं. इसके अलावा कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और तनाव जैसी बीमारियां भी हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती हैं. बता दें कि ह्रदय रोग हर साल 1.79 करोड़ लोगों की जान लेता है.
क्या है हार्ट अटैक के लक्षण
दिल की मांसपेशियों को लगातार ऑक्सीजन के साथ रक्त की आवश्यकता होती है. यह रक्त तब अवरुद्ध होता है जब आपकी धमनियों में परत जमा हो जाती है और नसें बंद हो जाती हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक की संभावना हो जाती है. हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना, जिसकी वजह से प्रेशर जैसा महसूस होने लगता है. जो केवल बांए तरफ नहीं बल्कि बीच में या दाएं तरफ भी होता है. यह दर्द चलने या फिजिकल एक्टिविटी के दौरान और भी बढ़ता है. सांस लेने में तकलीफ और पसीना आने लगता है. जोर-जोर से सांस लेना भी इसका एक लक्षण होता है.
हार्ट अटैक के कारण
कई बार लोग दिल की बीमारी के संकेत को अनदेखा कर देते है जिसकी वजह से वह अपनी जान गवा बैठते हैं. दिल की बीमारी से होने वाले मौत के हर मामले में से एक में लोग शुरुआती चेतावनी पर गौर करना भूल जाते हैं लेकिन अगर आपको खुद में या अपने आस-पास के किसी भी व्यक्ति में ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को बताएं. वजन बढ़ने से कॉलेस्ट्रॉल बढ़ता है और यह हार्ट अटैक के प्रमुख कारणों में से एक है. डायबिटीज के मरीजों में औरों की तुलना में हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है. अधिक बीपी बढ़ना भी दिल का दौरा पड़ने का एक कारण है.
-भारत एक्सप्रेस
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