सांकेतिक फोटो
भारत में ऐसे कम ही लोग होंगे जिन्होंने कभी ट्रेन से यात्रा नहीं की होगी, इन यात्रियों में से बहुत से यात्री अपने कार्यों के चलते लगातार यात्राएं करते हैं तो कुछ त्योहारों और अपनी छुट्टियों के हिसाब से यात्राएं करते हैं.
अगर हम किसी ट्रेन (Train) को बहुत ध्यान से देखें तो हमें यह देखने को मिलता है कि ट्रेन में सबसे आगे और सबसे पीछे की तरफ अनारक्षित श्रेणी की बोगियां लगीं होती हैं जिनपर GS लिखा होता है. लम्बा सफर तय करने वाली ट्रेने अधिकांशत: लम्बी होती हैं यानी उसमे अधिक बोगियां लगी होती हैं ऐसे में जनरल डिब्बे रेलवे स्टेशन के दूसरे छोर पर हो जाते हैं.
जरनल डिब्बों में मानक के विपरीत लोगों की मौजूदगी एक बेहद ही सामान्य सी बात है लेकिन समस्या तब आने लगती है जब यात्रियों की संख्या बहुत अधिक हो जाती है. उस दरम्यान ट्रेन में चढ़ने के लिए और उतरने के लिए भी यात्री धक्का-मुक्की करते हुए दिख जाते हैं, इस धक्का-मुक्की में दुर्घटना (Accident) की भी संभावना बनी रहती है.
ऐसे में क्षमता से अधिक यात्रियों से भरे हुए रेल के डिब्बे से निकलकर प्लेटफॉर्म (Plateform) के एक कोने से प्लेटफॉर्म के बीच तक जाकर कुछ खाने – पीने का सामान खरीदकर वापस से प्लेटफॉर्म के कोने में आकर उस डिब्बे में चढ़ने से पहले ट्रेन के चलने की सम्भावना अत्यधिक बनी रहती है, ट्रेन पकड़ने के चक्कर में कुछ खाने का सामान लेने निकने यात्री दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं.
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रेल मंत्रालय (Rail Ministry) ने रेलवे के यात्रियों की इन समस्याओं को देखते हुए उनकर आसानी से खाद्य पदार्थ पहुंचवाने का प्रबंध करना शुरू कर दिया है और इसके लिए रेल मंत्रालय ने बाकायदा लेटर लिखकर आईआरसीटीसी को जनरल कोचों के सामने सस्ता खाना और पानी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत सिन्हा (Ajeet Kumar Sinha, CRM, IRCTC) ने बताया कि जनआहार के जनरल कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों के बोगी के सामने लगाया जाएगा जिसमें 20 रुपये में एकोनॉमी मील जिसमें 175 ग्राम की 7 पूड़ी, 150 ग्राम की आलू की सूखी सब्जी एवं 12 ग्राम का अचार अच्छे क्वालिटी के पेपर में पैक करके मिलेगा. वहीं 350 ग्राम का स्नैक कॉम्बो मील 50 रुपये में आईआरसीटीसी के नियम सीसी 60/2019 के तहत मिलेगा साथ ही 3 रुपये में 200 एमएल पानी का ग्लास भी मिलेगा.
अब देखने की बात होगी की रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी की यह मुहिम कितना रंग लाती है लेकिन रेल मंत्रालय का यह फैसला रेल यात्रियों के हित में स्पष्ट रुप से दिख रहा है.
-भारत एक्सप्रेस