बाउंसर के साथ टमाटर बेचता दुकानदार
-सौरभ अग्रवाल
Varanasi: वाराणसी में बाउंसर लगाकर टमाटर बेचना सब्जी वाले को भारी पड़ गया है. पहले तो सोशल मीडिया पर बाउंसर लगाकर टमाटर बेचने की वायरल तस्वीर ने खूब सुर्खियां बटोरी और सपा प्रमुख अखिलेश ने भी जमकर प्रदेश सरकार को महंगाई को लेकर टारगेट किया और सियासी वार होता रहा, लेकिन शाम होते- होते पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गया और तब पता चला कि पूरा मामला पॉलिटिकल स्टंट था, जिसमें सब्जी दुकानदार बुरे तरीके से फंस गया है और राजनीति करने वाले साफ बचकर निकल गए हैं. बता दें कि इस पूरे मामले में सब्जी बेचने वाले को अपने बेटे के साथ पूरी रात लंका थाने में गुजारनी पड़ी. हालांकि सपा नेता थाने पर उसे छुड़ाने के लिए डटे रहे.
शाम को हरकत में आया प्रशासन, सपा नेता की खोज जारी
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के कल वाराणसी में बाउंसर लगाकर टमाटर बेचे जाने की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया था. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए टमाटर बेचने के लिए Z प्लस सुरक्षा दिए जाने की मांग कर डाली थी. अखिलेश के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर तेजी से वायरल हुई थी और शाम होते-होते पता चला की बाउंसर लगाकर टमाटर बेचने वाला कोई दुकानदार नहीं बल्कि सपा का एक स्थानीय नेता है. इसके बाद वाराणसी प्रशासन ने इस दुकान और दुकानदार की तलाश शुरू कर दी. तो और जानकारी खुलकर सामने आई और पुलिस को पता चला कि बाउंसर लगाकर टमाटर बेचने वाला असल में सपा का स्थानीय नेता अजय यादव फौजी है. शासन पर कटाक्ष के लिए इस तरह का हथकंडा अपनाए जाने से बौखलाए प्रशासन ने सब्जी के दुकानदार और उसके बेटे को पूछताछ के लिए थाने पर बैठा लिया और सपा नेता अजय फौजी को खोजने लगी. इसकी जानकारी होने पर फिर से अखिलेश यादव का ट्वीट आ गया. इसके बाद पुलिसिया कार्रवाई से अपने नेता को बचाने के लिए सपा के पदाधिकारी लंका थाना पहुंच गए और देर रात तक सपा के वरिष्ठ नेता थाने पर जमे रहे.
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परिजनों का आरोप, सपा नेता ने पालीटिकल स्टंट के लिए किया दुकान का इस्तेमाल
इस मामले में फंसे सब्जी दुकानदार और उसके परिजन अब सपा नेता पर पॉलिटिकल स्टंट के लिए अंधेरे में रखने का आरोप लगा रहे हैं. नगवां क्षेत्र के रहने वाले सब्जी विक्रेता राजनारायण यादव के परिजनों का कहना है कि सपा नेता अजय फौजी कुछ लोगों के साथ आए और 500 रुपए देकर दुकान पर टमाटर मंगवाया. इसके बाद बाउंसर के साथ फोटो खिंचवाई और टमाटर बेचने का नाटक किया. परिजनों ने ये भी बताया कि, सपा के नेता अक्सर दुकान पर आते रहते थे, ऐसे में उन्हें ऐसा करने से मना नहीं किया जा सका.
सब्जी विक्रेता के दुकान और घर के नक्शे की नगर निगम और वीडीए करेगा जांच
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सब्जी के दुकानदार और उसके बेटे को थाने पर बैठाए जाने को लेकर एक बार फिर रात में ट्वीट किया था. इसके बाद नगर निगम और वीडीए के अधिकारी वीडियो में दिख रहे दुकान पर पहुंचे. नगर निगम के जोनल अधिकारी जेके आनंद से मीडिया ने दुकान की जांच के बाबत सवाल किया तो उन्होंने पहले बात करने से इंकार किया, फिर कहा कि अखिलेश यादव ने टमाटर को लेकर कुछ ट्वीट किया है. आप जानते तो हैं. हम लोग इस दुकान की जांच करने आए हैं कि दुकान की कितनी लंबाई चौड़ाई है. वहीं वीडीए और नगर निगम के अधिकारियों ने सब्जी विक्रेता के परिजनों से घर का नक्शा और जमीन के सभी कागजात लेकर ऑफिस आने को कहा और घर के बाहर मुआयना किया.
सपा के प्रवक्ता ने कहा, सांकेतिक विरोध करना अपराध कब से हो गया
अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद जिले के सपा के बड़े पदाधिकारी लंका थाने पर पहुंचे तो वहीं लंका थाने पर पुलिस सब्जी दुकानदार से सपा नेता अजय यादव के बारे में पूछताछ कर रही थी. सपा नेताओं की भेलूपुर एसीपी प्रवीण सिंह से बात भी हुई. इस मामले में सपा प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि महंगाई का सांकेतिक विरोध करना अपराध कब से हो गया? पुलिस ने गरीब सब्जी बेचने वाले को थाने पर बैठा रखा है, उसका क्या अपराध है? सांकेतिक रूप से टमाटर की कीमतों का सवाल उठाने वाले सपा कार्यकर्ता को आखिर क्यों पुलिस गिरफ्तार करना चाहती है? हम अपने कार्यकर्ता के साथ हैं.
-भारत एक्सप्रेस