नूंह हिंसा
हरियाणा में 31 जुलाई को भड़की हिंसा के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने इसका खुलासा जांच के आधार पर किया है. पाकिस्तान से सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर हिंसा की आग लगाई जा रही थी. नूंह में शुरू हुई हिंसा अब तक शांत नहीं हुई है.
पाकिस्तान से चल रहा था सोशल मीडिया अकाउंट
दरअसल, पुलिस जांच में पता चला है कि जिस अहसान मेवाती नाम के सोशल मीडिया अकाउंट से भड़काऊ पोस्ट वायरल की जा रही थी. उसे पाकिस्तान में बैठकर जीशान मुश्ताक नाम का शख्स ऑपरेट कर रहा था.
लाहौर में बैठकर भड़काऊ वीडियो डाल रहा था जीशान
हरियाणा पुलिस हिंसा मामले की जांच कर रही है. अब तक कई दंगाई गिरफ्तार किए जा चुके हैं. वहीं इस मामले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया है कि जिस अहसान मेवाती नाम के अकाउंट से भड़काऊ वीडियो पोस्ट किए जा रहे थे वो लाहौर में बैठा जीशान मुश्ताक कर रहा था. वीडियो अपलोड करने के लिए जीशान पाकिस्तान एजुकेशन एवं रिसर्च नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा था. इस नेटवर्क के जरिए पाकिस्तानी सरकार एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन को इंटरनेट सेवाएं प्रदान करती है.
यह भी पढ़ें- नूंह में सांप्रदायिक हिंसा: सर्वधर्म समभाव से निकलेगी समाधान की राह
मोनू मानेसर को मारने का प्लान था
जांच में ये भी पता चला है कि जीशान मुश्ताक के भड़काने के बाद ही भीड़ ने मोनू मानेसर को मारने की कोशिश की थी. नूंह हिंसा के दौरान जीशान लगातार ऐसे वीडियो पोस्ट कर रहा था, जिससे हिंसा के लिए लोगों को उकसाया जा सके. हिंसा में मुश्ताक का बड़ा हाथ माना जा रहा है.
200 आरोपी गिरफ्तार किए गए
जो वीडियो जीशान ने अपलोड किए थे, उसे 48 घंटे के अंदर करीब डेढ़ लाख से ज्यादा लाइक मिले थे. उसके यू ट्यूब पर भी 45 हजार सब्सक्राइबर्स हैं. फिलहाल चैनल को बंद कर दिया गया है. हरियाणा पुलिस ने मामले में हिंसा से जुड़े 200 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा 102 FIR भी दर्ज की गई हैं. खट्टर सरकार आरोपियों को घरों पर बुल्डोजर भी चलवा रही है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.