रिलायंस जियो
Reliance Jio: रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड ने घोषणा की है कि कंपनी ने 22 लाइसेंस्ड सर्विस एरिया( LSA) में से प्रत्येक स्पेक्ट्रम बैंड में शर्तों के तहत समय से पहले अपने न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को पूरा कर लिया है.
आरजेआईएल ने दूरसंचार विभाग (DoT) के साथ फेज 1 के मिनिमम रोल-आउट दायित्व को पूरा करने के लिए निर्धारित विवरण जमा करने का काम पूरा कर लिया था और 11 अगस्त 2023 तक, सभी सर्किलों में जरूरी DoT टेस्टिंग पूरी कर ली गई थी.
जियो ने लो-बैंड, मिड-बैंड और mmWave स्पेक्ट्रम का एक यूनिक कॉम्बिनेशन हासिल किया है, जो डीप फाइबर नेटवर्क और स्वदेशी टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर हमें 5G एवरीवेयर और 5G फॉर ऑल (कंज्यूमर और एंटरप्राइजेज) को प्रदान करने में सक्षम करेगा.
अपने बेजोड़ स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट के साथ, जियो एकमात्र ऑपरेटर होगा जो तेज गति, लो लेटेंसी और बड़े पैमाने पर कनेक्टिविटी के साथ पूरे भारत में ट्रू 5G सर्विसेज प्रदान करेगा. बता दें कि रिलायंस जियो ने भारत में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी बैंड में अपनी 5G नेटवर्क सेवाएं शुरू करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया था.
-भारत एक्सप्रेस
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