अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने अपनी लिखी कविता के साथ सीजेआई जस्टिस ललित को विदाई दी. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि मैं बार की भावनाएं यहां रखने के लिए खड़ा हूं. पेशे में आने से पहले भी जस्टिस ललित नागपुर की दरगाह में हर साल जाते रहे. मैं तिरुपति जाता था. चीफ जस्टिस के तौर पर जस्टिस ललित को कम समय मिला, लेकिन उन्होंने अपनी सूझबूझ और विवेक से इतिहास बना दिया.